लोक लेखा समिति (पीएसी) की बैठक में आज बवाल हो गया। पीएसी प्रमुख और कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल बैठक से बाहर निकल आए और सेबी का नाम उछाला। उन्होंने कहा कि समिति की पहली बैठक में ही हमने अपने विनियामक निकायों की समीक्षा के लिए स्वत: संज्ञान विषय रखने का निर्णय लिया। आज सुबह सेबी को समीक्षा के लिए बुलाया गया। समिति शाखा संबंधित लोगों को नोटिस भेजती है। सबसे पहले उन्होंने छूट मांगी। सेबी अध्यक्ष ने समिति के समक्ष उपस्थित होने से छूट मांगी, जिसे हमने अस्वीकार कर दिया। इसके बाद उन्होंने पुष्टि की कि वह और उनकी टीम इस समिति में उपस्थित रहेंगी। सुबह सेबी अध्यक्ष माधबी पुरी बुच ने मुझे सूचित किया कि वह दिल्ली की यात्रा करने की स्थिति में नहीं हैं। एक महिला के अनुरोध पर विचार करते हुए हमने सोचा कि आज की बैठक को किसी और दिन के लिए स्थगित करना बेहतर है।
मीडिया में गए, यह अजीत बात : रविशंकर
पीएसी की बैठक पर भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि आमतौर पर हम स्थायी समितियों या पीएसी की बैठक की कार्यवाही पर बाहर चर्चा नहीं करते। दुख है कि पीएसी के अध्यक्ष केसी वेणुगोपाल ने बाहर आकर बाइट दी। आज पीएसी की बैठक में हम बहुमत में थे। हमने उनके द्वारा स्वत: संज्ञान लेकर विषय चुनने के निर्णय पर आपत्ति जताई। बैठक में अपनाई गई प्रक्रिया पर हमें गंभीर आपत्ति थी। अजीब बात है कि केसी वेणुगोपाल अचानक उठे और चले गए। पीएसी का काम कैग की रिपोर्ट पर चर्चा करना है, लेकिन उन्होंने स्वत: संज्ञान लेकर विषय चुनने का फैसला कैसे किया? हमारे पास विश्वसनीय स्रोतों से रिपोर्ट है कि कैग ने अपनी रिपोर्ट में सेबी पर कोई पैराग्राफ नहीं दिया है। पीएसी के अध्यक्ष का आज का आचरण, जिस तरह से उन्होंने हमें बोलने नहीं दिया और चले गए, वह असंसदीय और राजनीति से प्रेरित है। हम लोकसभा अध्यक्ष से अपनी शिकायत दर्ज कराने जा रहे हैं।