महाराष्ट्र के हिंगोली जिले में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक व्यापक स्वास्थ्य सर्वेक्षण के दौरान 14,500 से अधिक महिलाओं में कैंसर जैसे लक्षण पाए गए हैं। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री प्रकाश आबिटकर ने गुरुवार (10 जुलाई 2025) को विधानसभा में यह जानकारी दी, जिसके बाद स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया है।
स्वास्थ्य मंत्री आबिटकर ने बताया कि राज्य सरकार की ‘संजीवनी स्कीम’ के तहत चलाए गए स्क्रीनिंग अभियान के दौरान यह alarming डेटा सामने आया है। उन्होंने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस (8 मार्च) से शुरू किए गए इस सर्वे के तहत कुल 2,92,996 महिलाओं के बीच जाकर जानकारी जुटाई गई थी। इस सर्वे में महिलाओं से कुछ विशिष्ट सवालों के जवाब लिए गए, जिनके आधार पर यह पहचान की गई कि इतनी बड़ी संख्या में महिलाओं में कैंसर के शुरुआती या संदिग्ध लक्षण हो सकते हैं।
प्रकाश आबिटकर ने बताया कि राज्य के 8 जिला अस्पतालों में डे-केयर कीमोथेरेपी सेंटर भी शुरू किए गए हैं। ऐसे सेंटर्स को राज्य के अन्य जिलों में भी स्थापित करने की तैयारी है। जिला अस्पतालों में भी इसकी जांच की सुविधा दी जा रही है। टाटा मेमोरियल अस्पताल से करार हुआ है। एक टीम महीने में दो बार अस्पतालों में जाएगी और वहां कैंप लगाकर जांच करेगी। इस बड़े खुलासे के बाद, सरकार और स्वास्थ्य विभाग पर इन महिलाओं को तुरंत उच्च स्तरीय चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराने का दबाव बढ़ गया है।