भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद को लेकर चल रही अटकलों पर अब विराम लगता दिख रहा है। सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहली पसंद के तौर पर मनोहर लाल खट्टर का नाम लगभग तय माना जा रहा है, जो जुलाई में मौजूदा अध्यक्ष जेपी नड्डा की जगह पार्टी की कमान संभालेंगे। इस निर्णय से यह साफ हो गया है कि न तो किसी महिला को और न ही किसी ओबीसी नेता को फिलहाल यह अहम जिम्मेदारी दी जा रही है, जैसा कि पहले कई बार चर्चाओं में था।
मनोहर लाल खट्टर, जोहरियाणा के मुख्यमंत्री पद से हटे हैं। वे अभी केंद्रीय मंत्री हैं और उन्हें प्रधानमंत्री मोदी का करीबी और विश्वासपात्र माना जाता है। उनकी संगठनात्मक क्षमता और प्रशासनिक अनुभव दोनों ही उन्हें इस पद के लिए उपयुक्त बनाते हैं। भाजपा के अंदरूनी सूत्रों का कहना है कि खट्टर की सादगी, निष्ठा और बिना किसी विवाद के काम करने की शैली ने उन्हें पीएम मोदी की नजरों में एक मजबूत दावेदार बनाया है।
जे.पी. नड्डा का कार्यकाल जनवरी 2023 में समाप्त हो गया था, लेकिन आगामी लोकसभा चुनावों को देखते हुए उनके कार्यकाल को विस्तार दिया गया था। अब चुनाव समाप्त होने के बाद, नए अध्यक्ष की नियुक्ति की प्रक्रिया तेज हो गई है। जुलाई में नड्डा का कार्यकाल समाप्त होने के साथ ही खट्टर औपचारिक रूप से पदभार संभाल सकते हैं।
इस फैसले के कई मायने निकाले जा रहे हैं। एक ओर, यह दर्शाता है कि पार्टी नेतृत्व संगठन को एक अनुभवी और विश्वसनीय हाथ में सौंपना चाहता है। वहीं, दूसरी ओर, यह अटकलें भी तेज हो गई हैं कि खट्टर के नेतृत्व में पार्टी अगले विधानसभा चुनावों और 2029 के लोकसभा चुनावों के लिए क्या रणनीति अपनाएगी।
भाजपा अध्यक्ष का पद पार्टी में दूसरा सबसे शक्तिशाली पद माना जाता है। ऐसे में मनोहर लाल खट्टर की नियुक्ति निश्चित रूप से भाजपा की भविष्य की दिशा और रणनीति पर गहरा प्रभाव डालेगी।