भारत और इंग्लैंड के बीच 5 टेस्ट मैचों की सीरीज़ का पहला टेस्ट लीड्स में शुक्रवार से शुरू होगा। शुभमन गिल के नेतृत्व में एक युवा टीम इंडिया टीम इंडिया के नए युग की शुरुआत करेगी। टीम इंडिया की सफलता के लिए तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह का फॉर्म में रहना बेहद अहम है। विशेष रूप से जब बात इंग्लैंड के दिग्गज बल्लेबाज जो रूट की आती है, तो बुमराह का प्रदर्शन और भी महत्वपूर्ण हो जाता है। आंकड़ों और पिछले मुकाबलों पर नजर डालें तो बुमराह ने हमेशा रूट को अपनी धारदार गेंदबाजी से परेशान किया है, और इंग्लिश बल्लेबाज का बल्ला उनके खिलाफ अक्सर खामोश ही रहा है।
क्रिकेट पंडितों का मानना है कि बुमराह की सटीक यॉर्कर, स्विंग और गति किसी भी बल्लेबाज को मुश्किल में डाल सकती है, लेकिन जो रूट के खिलाफ उनकी सफलता दर प्रभावशाली रही है। टेस्ट क्रिकेट हो या सीमित ओवरों का फॉर्मेट, बुमराह ने रूट को कई बार आउट किया है और उन्हें खुलकर खेलने का मौका नहीं दिया है। यह एक ऐसा मनोवैज्ञानिक बढ़त है जो भारतीय टीम के लिए फायदेमंद साबित होती है। शेषज्ञों का कहना है कि जब बुमराह अपने लय में होते हैं, तो वह विपक्षी टीम के मध्यक्रम की रीढ़ तोड़ सकते हैं, और जो रूट जैसे अनुभवी बल्लेबाज का विकेट लेना टीम के लिए गेम चेंजर साबित होता है। रूट इंग्लैंड के बल्लेबाजी क्रम के मुख्य स्तंभ हैं, और उनका जल्दी आउट होना पूरी टीम पर दबाव डालता है। आने वाले मैचों में, खासकर जब भारत का सामना इंग्लैंड से होगा, तो सभी की निगाहें बुमराह पर होंगी कि क्या वह एक बार फिर रूट को खामोश रखने में कामयाब रहते हैं। टीम इंडिया की जीत की राह में बुमराह का यह ‘रूट-कनेक्शन’ एक महत्वपूर्ण फैक्टर साबित हो सकता है।