दिल्ली विधानसभा चुनाव में बसपा भी मैदान में है और अकेले दम पर चुनाव लड़ रही है। उप्र में अपना अस्तित्व तलाश रही बसपा को दिल्ली से आस और बेहतर परिणाम की उम्मीद भी है। बसपा प्रमुख मायावती ने आखिर दिन दिल्ली की दुर्दशा के लिए आप, भाजपा और कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि यदि यह चुनाव पूरी तरह से स्वतंत्र व निष्पक्ष और धनबल, बाहुबल व साम्प्रदायिक और धार्मिक उन्माद आदि से मुक्त पाक-साफ होता है, तो उसे जीत मिलेगी। ईवीएम में भी कोई गड़बड़ी और धांधली आदि नहीं की जाती है तो बसपा का प्रदर्शन बेहतर होगा।
लुभावने वादे और गारंटी देने की काफी होड़ मची
बसपा प्रमुख ने कहा कि भाजपा, आम आदमी पार्टी और कांग्रेस में पहले की तरह ही इस बार भी जनता को अनेकों लुभावने वादे और गारंटी देने की काफी होड़ मची है। इन पार्टियों ने यहां कई बार सत्ता में रहकर अपने किसी भी चुनावी वादे को पूरा नहीं किया है। दिल्ली देश का आईना होने के बावजूद इसकी आज ऐसी दुर्दशा है। बदहाल जीवन और शुद्ध जल तक नसीब नहीं होने के लिए आप, केंद्र की भाजपा और कांग्रेस दोषी हैं। मायावती ने दिल्ली वालों के लिए बयान जारी कर कहा कि चुनाव में लोगों को जात-बिरादरी, धर्म और क्षेत्र आदि की संकीर्ण राजनीति से ऊपर उठकर संविधान एवं अम्बेडकरवादी बसपा को ही वोट देकर इसे कामयाब बनाना चाहिए। बसपा ने दिल्ली की खासकर तंग एवं अविकसित कालोनियों में भी अब तक बुनियादी सुविधाओं के अभाव का मुद्दा उठाया है। उन्होंने कहा कि झुग्गी-झोपडिय़ों और वैध नहीं बनाई गई बस्तियों में रहने वाले लाखों परिवार के लोगों को विधानसभा चुनाव के दौरान विरोधी इन पार्टियों के नेताओं से सावधान रहें। दावों के पूरी तरह से हवा-हवाई होने और इसके लिए एक-दूसरे को कसूरवार ठहराने की राजनीति से सावधान रहने को भी कहा है।