देशभर के सात राज्यों की 13 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव के नतीजे आने शुरू हो गए हैं। उपचुनाव के रुझानों की मानें तो भाजपा को सिर्फ एक सीट अमरवाड़ा में बढ़त मिलती दिखी, जिसमें भी वह पिछड़ती दिख रही है। वहीं एक सीट जेडीयू को मिलती दिख रही है। 12 सीटों पर विपक्ष आगे है। इन सीटों पर विभिन्न दलों के मौजूदा विधायकों के निधन या इस्तीफे के कारण उपचुनाव कराना पड़ा है। बिहार में रूपौली, पश्चिम बंगाल में रायगंज, राणाघाट दक्षिण, बागदा और मानिकतला, तमिलनाडु में विक्रवंडी, मध्य प्रदेश के अमरवाड़ा, उत्तराखंड के बद्रीनाथ और मंगलौर, पंजाब में जालंधर पश्चिम और हिमाचल प्रदेश में देहरा, हमीरपुर और नालागढ़ में 10 जुलाई को मतदान हुआ था। इन नतीजों से एक बार फिर विपक्ष के हौसले बुलंद होते दिख रहे हैं। भले ही इसके ज्यादा मायने न हों, लेकिन विपक्षी दल इसे भाजपा की हार के तौर पर प्रचारित कर रहे हैं।
उत्तराखंड में दोनों सीटें जीत रहे
उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता हरीश रावत ने कहा कि बद्रीनाथ और मंगलौर सीटें हम जीतेंगे। उत्तराखंड की जनता तक परिवर्तन का संदेश थोड़ा देर में पहुंचा नहीं तो लोकसभा के नतीजे कुछ और होते। इन चुनावों में हमने जनता से कहा कि विपक्ष धर्म निभाने के लिए हम और मजबूत बनें, हमें ताकत दीजिए और लोगों ने हमें वो ताकत दी है।
सीएम सुक्खू की पत्नी जीत की ओर
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने विधानसभा उपचुनाव पर कहा कि हिमाचल की जनता ने हमें 2022 में 40 सीटें दी थी, हमें फिर से जिताना जनता ने तय किया है। जिस प्रकार की खरीद-फरोक्त हिमाचल में हुई है, उसका जवाब जनता ने दिया है। देहरा उपचुनाव में मैंने अपनी सरकार की साख दांव पर लगाई थी। 25 साल से कांग्रेस पार्टी वहां जीत नहीं पा रही थी। जब मुख्यमंत्री अपने परिवार के किसी व्यक्ति को मैदान में उतारता है तो साख भी दांव पर होती है। भाजपा ने पूरा जोर लगाया लेकिन देहरा में उनकी कमलेश ठाकुर की अच्छी जीत हो रही है।


