More
    HomeHindi NewsDelhi Newsभाजपा बोली-राहुल में नहीं है क्षमता.. प्रियंका का जवाब-सत्ता पक्ष है नाकाबिल

    भाजपा बोली-राहुल में नहीं है क्षमता.. प्रियंका का जवाब-सत्ता पक्ष है नाकाबिल

    लोकसभा हो या राज्यसभा, दोनों सदनों की कार्यवाही चल नहीं रही है। ऐसे में दोनों पक्षों की ओर से वार-पलटवार हो रहा है। आज भी सदन की कार्यवाही नहीं चल पाई और दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर इसका दोष मढ़ा।

    विपक्ष के नेता का व्यवहार ऐसा नहीं होता : संबित पात्रा

    भाजपा सांसद संबित पात्रा ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि विपक्ष संसद को चलने नहीं दे रहा है। मुझे लगता है कि वे लोकतंत्र को समझने में गलत हैं। नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को मास्क पहनकर लोगों की रिकॉर्डिंग करते देखना बेहद आश्चर्यजनक था। विपक्ष के नेता का व्यवहार ऐसा नहीं होता है। राहुल गांधी को नहीं पता कि विपक्ष के नेता की तरह कैसे व्यवहार करना चाहिए। यही वजह है कि समाजवादी पार्टी राहुल गांधी का सम्मान नहीं करती और कहती है कि वे उन्हें इंडिया गठबंधन का नेता नहीं मानते, वे मल्लिकार्जुन खरगे को गठबंधन का नेता मानते हैं। टीएमसी ने राहुल गांधी के नेतृत्व में इंडिया गठबंधन के स्ट्राइक रेट के बारे में बात की है। कुछ नेताओं ने ममता को गठबंधन के नेता के रूप में पेश करने की बात की है। क्या राहुल गांधी अभी भी इंडिया ठबंधन पर कायम हैं या उनमें इंडिया गठबंधन का नेतृत्व करने की क्षमता में नहीं हैं?

    चर्चा करने से डरती है भाजपा : प्रियंका

    कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने कहा कि सदन नहीं चल रहा है और सरकार जानबूझकर सदन को चला नहीं रही है या फिर वे सदन चलाने के काबिल नहीं हैं। हमारे प्रदर्शन 10.30 से 11 बजे तक होता है। जैसे ही सदन शुरू होता है हम काम करने के लिए अंदर चले जाते हैं लेकिन काम हो नहीं रहा। हम जैसे ही बैठते हैं, ये कुछ शुरू कर देते हैं और फिर सदन चल ही नहीं पाता। मुझे लगता है कि यह इनकी रणनीति है। वे बहस नहीं करना चाहते, वे अडानी पर चर्चा करने से डरते हैं क्योंकि सारी बातें सामने आ जाएंगी। प्रधानमंत्री सदन में आते नहीं हैं।

    रणदीप सुरजेवाला और प्रह्लाद जोशी यह बोले

    कांग्रेस सांसद रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि देश का दुर्भाग्य है कि सत्ताधारी सरकार संसद को चलने नहीं दे रही है। संसद क्यों बुलाई जाती है, ताकि देश के एजेंडे, भ्रष्टाचार, बेरोजगारी, महंगाई, सरकार की नीतियों पर सत्तापक्ष और विपक्ष चर्चा करे। यह पहली बार हो रहा है जब सत्ताधारी सरकार संसद के चलने पर गतिरोध डाल रही है। वहीं केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि हम तो चर्चा करना चाहते हैं। हमें ऐसे ही करना होता तो हम बिल पारित कर देते। हम बिल पारित इसलिए नहीं कर रहे हैं क्योंकि उस पर चर्चा होनी चाहिए। हम बार-बार निवेदन भी कर रहे हैं।

    RELATED ARTICLES

    Most Popular

    Recent Comments