कांग्रेस की ‘वोटर अधिकार यात्रा’ शुरू होने के साथ ही पार्टी और चुनाव आयोग के बीच सियासी जंग तेज हो गई है। महिला कांग्रेस अध्यक्ष अलका लांबा ने बीजेपी पर तीखा हमला बोलते हुए आरोप लगाया है कि राहुल गांधी की यात्रा से घबराकर बीजेपी ने मुख्य चुनाव आयुक्त को प्रेस कॉन्फ्रेंस करने के लिए भेज दिया, जिसमें खुद चुनाव आयोग ही फंस गया।
अलका लांबा ने कहा, “वोटर अधिकार यात्रा’ शुरू होते ही BJP ने मुख्य चुनाव आयुक्त को प्रेस कॉन्फ्रेंस करने के लिए भेज दिया, जहां चुनाव आयोग खुद ही फंस गया।” उन्होंने आगे कहा कि बीजेपी और उसके सहयोगी राहुल गांधी को डराने की लाख कोशिश कर लें, लेकिन वे डरने वाले नहीं हैं।
कांग्रेस नेता ने राहुल गांधी के उस बयान को दोहराया जिसमें उन्होंने ‘वोट चोरी’ के खिलाफ कड़ा रुख अपनाने की बात कही थी। अलका लांबा ने कहा, “राहुल गांधी जी ने साफ कहा है- वोट चोर चाहे कहीं भी हों, हम उन्हें ढूंढ निकालेंगे, उन्हें छोड़ा नहीं जाएगा।”
यह पूरा विवाद तब शुरू हुआ जब कांग्रेस ने ‘वोटर अधिकार यात्रा’ के दौरान मतदाता सूची में कथित गड़बड़ियों और “वोट चोरी” के मुद्दे को जोर-शोर से उठाया। कांग्रेस का आरोप है कि चुनाव आयोग इन अनियमितताओं पर ध्यान नहीं दे रहा है और सरकार के दबाव में काम कर रहा है। दूसरी ओर, चुनाव आयोग ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि वह पारदर्शी तरीके से काम कर रहा है और किसी भी शिकायत पर तुरंत कार्रवाई करता है। लांबा का यह बयान इस बात का संकेत है कि आने वाले दिनों में यह मुद्दा और गरमाएगा।