बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेतृत्व वाले महागठबंधन को मिली करारी हार के बाद सोशल मीडिया पर जुबानी जंग छिड़ गई है। बीजेपी समर्थकों और एनडीए के कार्यकर्ताओं ने RJD के चुनाव चिह्न ‘लालटेन’ का मज़ाक उड़ाते हुए कई मज़ेदार और तीखे कमेंट्स किए हैं।
हार का ‘सराहनीय’ कारण
सोशल मीडिया पर सबसे ज़्यादा वायरल हो रहा कटाक्ष RJD के चुनाव चिह्न और मतदान के समय से जुड़ा है:
- सर्कैस्टिक कारण: एक यूजर ने लिखा, “लालटेन तो शाम को जलता है… बीजेपी ने दिन में ही वोटिंग करा दी, इसलिए तेजस्वी हार गए।”
- अर्थ: इस व्यंग्य का मतलब है कि RJD का प्रतीक (लालटेन) रात के अँधेरे से जुड़ा है, जबकि दिन के उजाले में हुई वोटिंग में मतदाताओं ने ‘उजाले’ वाली पार्टी (NDA) को चुना।
सोशल मीडिया पर तीखे कमेंट्स
‘लालटेन’ को लेकर और भी कई मीम्स और कमेंट्स वायरल हो रहे हैं:
- लालटेन बुझ गई: कई यूजर्स ने लिखा कि तेजस्वी की तमाम कोशिशों के बावजूद बिहार में आखिरकार ‘लालटेन बुझ गई’ और अब ‘डबल इंजन’ की सरकार का उजाला ही रहेगा।
- जंगलराज का जिक्र: बीजेपी समर्थक एक बार फिर से RJD के शासनकाल को ‘जंगलराज’ कहकर तंज कस रहे हैं और दावा कर रहे हैं कि जनता ने शांति और सुशासन के लिए वोट दिया है।
रैली की भीड़ वोटों में क्यों नहीं बदली?
इन जुबानी हमलों के बीच, महागठबंधन के समर्थकों के पास जवाब कम पड़ गए हैं। तेजस्वी यादव की रैलियों में जुटी भारी भीड़ को देखकर माना जा रहा था कि इस बार महागठबंधन सत्ता में आएगा, लेकिन अंतिम नतीजों ने इस उम्मीद को पूरी तरह खारिज कर दिया। विश्लेषकों का मानना है कि तेजस्वी की रैलियों की भीड़ वोटों में तब्दील नहीं हो पाई, जिसके कारण NDA ने प्रचंड बहुमत हासिल किया है।


