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    Birth Day : नीता अंबानी ने ₹800 प्रतिमाह में पढ़ाया, DAIS की स्थापना और सेवा की मिसाल

    आज, 2 नवंबर 2025 को नीता मुकेश अंबानी अपना 62वां जन्मदिन मना रही हैं। एक मध्यमवर्गीय गुजराती परिवार में जन्मीं नीता दलाल से लेकर रिलायंस फाउंडेशन की चेयरपर्सन और एक वैश्विक परोपकारी बनने तक, उनका जीवन सफर सेवा, कला और सशक्तिकरण की एक अनोखी मिसाल है।

    एक शिक्षिका से रिलायंस फाउंडेशन तक

    नीता अंबानी का शुरुआती सफर उनके शिक्षा के प्रति जुनून को दर्शाता है। मुंबई में जन्मीं नीता ने भरतनाट्यम की प्रशिक्षित नृत्यांगना होने के बावजूद, स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद एक शिक्षिका के रूप में काम किया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, शादी के बाद भी उन्होंने लगभग एक साल तक ₹800 प्रति माह के वेतन पर शिक्षण कार्य जारी रखा।

    यह साधारण शुरुआत उनकी सफलता की कहानी का आधार बनी। उन्होंने जल्द ही महसूस किया कि शिक्षा और स्वास्थ्य ही समाज में बड़ा बदलाव ला सकते हैं।

    • धीरूभाई अंबानी इंटरनेशनल स्कूल (DAIS)
    • उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में अपना पहला बड़ा कदम उठाते हुए 2003 में DAIS की स्थापना की, जो आज भारत के अग्रणी स्कूलों में से एक है। वह दुनिया के सबसे बड़े कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (CSR) संगठनों में से एक, रिलायंस फाउंडेशन की संस्थापक और चेयरपर्सन हैं। उनके नेतृत्व में फाउंडेशन ने शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा, ग्रामीण विकास, कला और संस्कृति जैसे क्षेत्रों में करोड़ों भारतीयों के जीवन को प्रभावित किया है।

    कला, संस्कृति और खेल के प्रति समर्पण

    नीता अंबानी सिर्फ एक उद्यमी और समाजसेवी नहीं हैं, बल्कि भारतीय कला और संस्कृति की एक मुखर समर्थक भी हैं।उन्होंने नीता मुकेश अंबानी कल्चरल सेंटर (NMACC) की स्थापना की, जो भारतीय कला, शिल्प और प्रदर्शन कला को वैश्विक मंच पर प्रदर्शित करने का उनका ड्रीम प्रोजेक्ट है। वह आईपीएल टीम मुंबई इंडियंस की मालकिन हैं और देश में खेल संस्कृति को बढ़ावा देने में उनका महत्वपूर्ण योगदान है। वह अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति (IOC) की सदस्य बनने वाली पहली भारतीय महिला भी हैं।

    सफलता का मंत्र: करुणा और नेतृत्व

    नीता अंबानी की सफलता सिर्फ उनके बड़े संस्थानों की वजह से नहीं है, बल्कि उस करुणा और समर्पण की वजह से है, जिसके साथ वह हर प्रोजेक्ट पर काम करती हैं। हाल ही में, उन्हें अमेरिका के मैसाचुसेट्स की गवर्नर द्वारा शिक्षा, स्वास्थ्य और महिला सशक्तिकरण में उनके परिवर्तनकारी प्रभाव के लिए गवर्नर प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया गया।

    अपने जन्मदिन पर, नीता अंबानी का सफर हमें याद दिलाता है कि सच्चा नेतृत्व केवल बड़े पदों पर नहीं, बल्कि समाज को सशक्त बनाने और हर व्यक्ति में क्षमता को देखने में है।

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