प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राज्य के युवाओं के साथ वर्चुअल संवाद किया। इस दौरान उन्होंने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के पूर्व शासनकाल पर जमकर हमला बोला और कहा कि राजद के कुशासन ने बिहार की हालत खराब कर दी थी, जिससे युवा पीढ़ी को पलायन के लिए मजबूर होना पड़ा।
पीएम मोदी ने युवाओं को 62 हजार करोड़ रुपये से अधिक की विकास योजनाओं की सौगात दी। इनमें बिहटा में एनआईटी और आईआईटी जैसे प्रमुख शिक्षण संस्थानों के साथ-साथ रोजगार सृजन से जुड़ी कई परियोजनाएं शामिल हैं। उन्होंने कहा कि एनडीए सरकार का लक्ष्य बिहार को शिक्षा और रोजगार का हब बनाना है ताकि युवाओं को अपना भविष्य संवारने के लिए राज्य से बाहर न जाना पड़े।
प्रधानमंत्री ने ‘मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना’ और ‘जन नायक कर्पूरी ठाकुर कौशल विश्वविद्यालय’ के लोकार्पण के माध्यम से युवाओं को संदेश दिया कि उनकी सरकार बिहार के आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने जोर दिया कि बिहार को अब उस ‘जंगलराज’ को भूलकर विकास की ओर बढ़ना है, जो राजद के शासनकाल की पहचान था।
पीएम मोदी का यह वर्चुअल संवाद बिहार चुनाव से पहले युवाओं को साधने की एक महत्वपूर्ण कोशिश माना जा रहा है। उन्होंने कांग्रेस और राजद जैसे दलों पर ‘वोट बैंक की राजनीति’ और बिहार के सम्मान को ठेस पहुंचाने का आरोप भी लगाया।