छत्तीसगढ़ और ओडिशा की सीमा पर हुई नक्सली मुद्दे सामान्य नहीं थी, बल्कि यह नक्सलियों के खिलाफ बड़े जंग का ऐलान भी था। इस ऑपरेशन में अब तक 27 नक्सली मारे जा चुके हैं। इनमें एक करोड़ का इनामी नक्सली जयराम और चलपति भी शामिल है। डीआरजी, सीआरपीएफ, कोबरा और एसओजी के जवानों ने मिलकर इस ऑपरेशन को अंजाम दिया था। बताया जाता है कि 1000 जवानों ने इन नक्सलियों को घेरा और 27 को ढेर कर दिया। डॉन की मदद से नक्सलियों पर नजर रखी गई और दुर्गम इलाके में घेराबंदी कर इन्हें मार गिराया गया।
3 किलोमीटर की सीधी चढ़ाई भी चढ़ी
यह ऑपरेशन उड़ीसा की सीमा से लगे कुल्हाड़ी घाट रिजर्व के जंगल में चला। इसके लिए जवानों को 3 किलोमीटर की सीधी चढ़ाई भी चढऩी पड़ी। इस मुठभेड़ में दो महिला नक्सली भी मारी गई हैं। जबकि मौके से भारी मात्रा में हथियार, गोला बारूद आईईडी बरामद हुआ है। बताया यह भी जाता है कि भालू डिग्गी के जंगल में 1000 जवानों ने 60 नक्सलियों को घेरा था। 200 जवानों की बैकअप पार्टी भी भेजी गई। ड्रोन से नक्सलियों पर नजर रखी गई। इस मुठभेड़ में एक जवान के पैर में गोली लगी है जिसे एयर लिफ्ट कर रायपुर लाया गया है। डॉग स्क्वाड से यहां की सर्चिंग की जा रही है। जवानों की इस सफलता पर गृहमंत्री अमित शाह और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव सहाय ने भी तारीफ की है।
22 दिन में 40 से अधिक नक्सली ढेर
इस साल जनवरी के 22 दिनों में अलग-अलग मुठभेड़ में 40 से अधिक नक्सली मारे जा चुके हैं। 16 जनवरी को बीजापुर जिले में सुरक्षा बलों ने 12 नक्सलियों को मार गिराया था। इस मुठभेड़ पर माओवादियों ने भी स्वीकार किया कि उनके 18 साथी मारे गए हैं। इसके साथ ही 19 जनवरी को नक्सली ऑपरेशन में 27 नक्सली मारे जा चुके हैं। पिछले साल अलग-अलग मुठभेड़ में सुरक्षा बलों ने 219 नक्सलियों को मार गिराया था।