साइबर ठगी पूरे देश की समस्या बन चुकी है। हरियाणा भी इससे अछूता नहीं है। लेकिन हरियाणा सरकार और पुलिस ने साइबर क्राइम से निपटने के पुख्ता इंतजार किए हैं। यही वजह है कि पौने 2 साल में 8 हजार से ज्यादा क्रिमिनल पकड़े गए हैं। इसके साथ ही 231 करोड़ रुपए रोकने या बरामद करने में कामयाबी मिली है।
औसतन 12 अपराधी हर दिन पकड़े
हरियाणा डीजीपी शत्रुजीत कपूर ने कहा कि साइबर क्राइम एक बहुत बड़ी चुनौती बनकर उभरा है। इससे निपटने के लिए हमने पिछले साल एक कार्ययोजना तैयार की है। इसके तहत हर जिले में साइबर थाने हैं। 1930 हेल्पलाइन पर पहले 12 पुलिसकर्मी तैनात हुआ करते थे। अब इसे छह गुना अधिक बढ़ाया गया है। ठगी के मामलों को हम 30 प्रतिशत तक रोकने में सक्षम हुए हैं। 2023 में 5000 से ज़्यादा साइबर क्रिमिनल हिरासत में लिए गए थे। 2024 के पहले आठ महीनों में 3100 से अधिक साइबर क्रिमिनल को गिरफ्तार किया है। औसतन 12 अपराधी हर दिन पकड़े जा रहे हैं। बैंकों के साथ बड़ा कॉर्डिनेशन किया गया है। इस साल पहले 8 महीनों में 802 करोड़ की ठगी हुई जिसमें 231 करोड़ रुपए रोकने या बरामद करने में पुलिस कामयाब हुई।
जाली सिम पर नकेल कसने की तैयारी
हरियाणा के डीजीपी ने कहा कि जाली सिम का प्रयोग एक बहुत बड़ी समस्या है, जिसे लेकर टेलीकॉम कंपनियों के साथ हमारी बातचीत चल रही है। वहीं डिजिटल अरेस्ट नाम की कोई चीज़ नहीं होती है, अगर कोई फोन कर डराता है और कहता है कि आप पैसे ट्रांसफर करें तो आप मान लें कि वह ठग है। आप उस नंबर को 1930 या 112 पर कॉल कर शिकायत दर्ज कराएं।