उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले में एक बेहद दुखद घटना सामने आई है, जहां एक निर्माण कार्य के दौरान अत्यधिक खुदाई के कारण प्राचीन भूतेश्वर महादेव मंदिर भरभरा कर गिर गया। यह मंदिर बुलंदशहर शहर के पास स्थित प्राचीन मां चामुंडा देवी मंदिर परिसर का हिस्सा था, जहां इन दिनों सौंदर्यीकरण और विस्तार का कार्य चल रहा था। मंदिर के ठीक बगल में चल रहे एक नए निर्माण के लिए जेसीबी मशीनों से गहरी खुदाई की जा रही थी। स्थानीय निवासियों और मंदिर समिति के सदस्यों के अनुसार, खुदाई इतनी अधिक कर दी गई थी कि भूतेश्वर महादेव मंदिर की नींव कमजोर पड़ गई। देखते ही देखते सदियों पुराना यह पवित्र ढांचा अचानक ढह गया, जिससे आसपास हड़कंप मच गया और धूल का गुबार छा गया।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि घटना के समय मंदिर में कुछ श्रद्धालु मौजूद थे। मलबे के ढेर में कई लोगों के दबे होने की आशंका जताई गई थी, जिसके बाद तुरंत राहत और बचाव कार्य शुरू किया गया। स्थानीय पुलिस, अग्निशमन विभाग और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) की टीमें तुरंत मौके पर पहुंचीं और मलबे को हटाने का काम युद्धस्तर पर शुरू किया। जिला प्रशासन के उच्च अधिकारियों ने घटना का तुरंत संज्ञान लिया। जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे और बचाव अभियान का जायजा लिया। प्रारंभिक जांच में निर्माण कंपनी की घोर लापरवाही सामने आई है, जिसने सुरक्षा मानकों और आवश्यक दूरियों का पालन नहीं किया। प्रशासन ने इस गंभीर लापरवाही के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।
स्थानीय लोगों और श्रद्धालुओं में इस घटना को लेकर भारी रोष है। उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी चेतावनियों के बावजूद अत्यधिक खुदाई की गई, जिसके कारण यह अनहोनी हुई। प्रशासन ने लोगों की भावनाओं का सम्मान करते हुए आश्वासन दिया है कि भूतेश्वर महादेव मंदिर का शीघ्र ही पुनः निर्माण कराया जाएगा और इसे पहले से भी अधिक भव्य रूप दिया जाएगा। यह घटना निर्माण परियोजनाओं में सुरक्षा और प्राचीन धरोहरों के संरक्षण के महत्व पर एक गंभीर सबक है। बचाव कार्य अभी भी जारी है।