छत्तीसगढ़ का विश्व प्रसिद्ध बस्तर दशहरा सदियों पुराना है। यह दशहरा 75 दिन तक चलता है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय जगदलपुर के सिरहासार भवन में विश्व प्रसिद्ध बस्तर दशहरा पर्व के अवसर पर आयोजित मुरिया दरबार में शामिल हुए। उन्होंने कहा कि विश्व प्रसिद्ध बस्तर दशहरा पर्व हमारी आस्था और परंपरा का सबसे महत्वपूर्ण पर्व है। यह सर्वाधिक लंबी अवधि 75 दिन तक तक मनाया जाता है। बस्तर दशहरा पर्व को बस्तर अंचल के सभी लोग पूरी श्रद्धा और आस्था के साथ मनाते हैं। ऐतिहासिक बस्तर दशहरा अब वैश्विक स्तर पर प्रसिद्ध हो गया है, जिससे पर्यटकों की संख्या में वृद्धि के साथ ही स्थानीय लोगों की आय को संबल मिला है। सीएम ने कहा कि मां दंतेश्वरी के आशीर्वाद से बस्तरवासियों की अगाध श्रद्धा और सभी लोगों के सहयोग से इस वर्ष भी बस्तर दशहरा का भव्य और सफल आयोजन हुआ है। उन्होंने माडिया सराय में विकास कार्य के लिए 50 लाख रुपए देने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने मांझी-चालकी और मेंबर-मेंबरीन के मानदेय में बढ़ोतरी के निर्देश दिए।
सदियों से हो रहा मुरिया दरबार का आयोजन
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बस्तर दशहरा पर्व के ऐतिहासिक मुरिया दरबार पर कहा कि मुरिया दरबार का आयोजन सदियों से होता आया है। बस्तर दशहरा पर्व हमारी समृद्ध संस्कृति का प्रतीक है, जिसे हम सभी एकजुट होकर श्रद्धा और सहकार की भावना के साथ हर्षाेल्लास मनाते हैं। मुख्यमंत्री ने करीब 3 करोड़ रुपए की लागत से विकसित दशराहा पसरा को बस्तर दशहरा पर्व में आए मांझी-चालकी तथा अन्य लोगों को सुविधा मुहैया करवाने की दिशा में सार्थक प्रयास बताया। उन्होंने मुरिया दरबार में बस्तर विकास प्राधिकरण के पुरखती कागजात का अंग्रेजी संस्करण का विमोचन भी किया।
सामाजिक समरसता का अनुपम उदाहरण
माटी पुजारी कमलचन्द्र भंजदेव ने बस्तर दशहरा पर्व को सामाजिक समरसता का अनुपम उदाहरण बताया। उन्होंने बस्तर दशहरा पर्व में शामिल होने के लिए आने वाले देवी-देवताओं हेतु देव सराय की व्यवस्था तथा मांझी-चालकी, पुजारी, गायता सहित ग्रामीणों के ठहरने के लिए बेहतर सुविधा को राज्य सरकार के पहल की सराहना की। मुरिया दरबार में वन मंत्री केदार कश्यप सहित सांसद बस्तर व अध्यक्ष बस्तर दशहरा समिति महेश कश्यप और विधायक जगदलपुर किरणदेव ने बस्तरवासियों को बस्तर दशहरा पर्व की बधाई एवं शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर मांझी-चालकी और मेंबर-मेंबरीन को मोबाइल भेंट किया गया।


