महाराष्ट्र की हॉट सीट बारामती के चुनावों पर सबकी नजर थी। यहां से 6 बार जीते उपमुख्यमंत्री अजित पवार मैदान में थे। उनके मुकाबले के लिए चाचा शरद पवार ने अजित के भतीजे युगेंद्र पवार को मैदान में उतारकर लड़ाई को रोचक बना दिया था। मुकाबला इसलिए भी खास था क्योंकि लोकसभा चुनाव में अजित पवार की पत्नी सुनेत्रा पवार को अपनी ननद सुप्रिया सुले से हार का सामना करना पड़ा था। तब मराठा छत्रप शरद पवार ने भतीजे अजित पवार को चारों खाने चित्त कर दिया था। ऐसे में विधानसभा चुनाव अजित पवार के लिए लिटमस टेस्ट की तरह था। अजित पवार ने भी पूरी गंभीरता के साथ चुनाव लड़ा और यहां से जीत दर्ज करने की ओर हैं।
दोगुने से ज्यादा वोटों से आगे
बारामती से 7वीं बार चुनाव मैदान में उतरे अजित पवार ने 99,487 वोट हासिल किए, जबकि उनके भतीजे युगेंद्र श्रीनिवास पवार को 45,985 वोट ही मिल पाए। अजित पवार इस सीट से कभी नहीं हारे हैं। हालांकि शरद पवार और उनकी बेटी सांसद सुप्रिया सुले ने पूरा जोर लगाया कि इस सीट से उन्हें हराया जाए, लेकिन मतदाताओं ने साबित कर दिया कि वह लोकसभा और विधानसभा चुनाव में अलग-अलग मुद्दों पर वोट करती है।