पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ द्वारा संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) में भारत के खिलाफ ज़हर उगलने और पाकिस्तान को आतंकवाद का ‘चैंपियन’ दिखाने की कोशिशों पर बलूचिस्तान के नेताओं ने कड़ा पलटवार किया है। बलूच नेता मीर यार बलूच ने शहबाज़ शरीफ की बातों को ‘डबल स्टैंडर्ड’ बताते हुए उन पर संयुक्त राष्ट्र के मंच का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया।
पाकिस्तान आतंकवाद का ‘संरक्षण’ और ‘मांद’
बलूच नेता मीर यार बलूच ने कहा कि पाकिस्तान ने अपनी स्थापना के बाद से ही न केवल पड़ोसी देशों, बल्कि बलूचिस्तान गणराज्य जैसे संप्रभु देश पर भी जबरन और अवैध रूप से कब्जा किया है।
- आतंकवाद का दिखावा: उन्होंने शरीफ के इस दावे को खारिज किया कि पाकिस्तान आतंकवाद के खिलाफ युद्ध में भागीदार है। मीर यार ने कहा कि पाकिस्तान की सेना और ‘डीप स्टेट’ पहले दिन से ही ISIS और अल-कायदा को सुरक्षित पनाहगाह दे रहे हैं।
- पहलगाम हमला: मीर यार ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में मारे गए जिहादी समूहों की तारीफ करने को इस बात का प्रमाण बताया कि पहलगाम हमले में शामिल चरमपंथी पाकिस्तान के अपने लोग थे।
- मुनीर को ठहराया जिम्मेदार: उन्होंने पहलगाम आतंकी हमले के लिए पाकिस्तान के सेना प्रमुख असीम मुनीर को जिम्मेदार ठहराया, जिसके भाषण के तुरंत बाद यह घटना हुई थी जिसमें 26 मासूम पर्यटक मारे गए थे।
शहबाज़ शरीफ ‘कठपुतली पीएम’ और बलूचों पर अत्याचार
मीर यार बलूच ने शहबाज़ शरीफ को ‘कठपुतली प्रधानमंत्री’ बताया और कहा कि उन्होंने UNGA को बलूचिस्तान की वास्तविक स्थिति के बारे में अंधेरे में रखा।
- अभिव्यक्ति की आज़ादी का हनन: उन्होंने सवाल उठाया कि अभिव्यक्ति की आज़ादी की बात करने वाले पाकिस्तान ने पूरे अगस्त महीने में बलूचिस्तान में इंटरनेट क्यों बंद रखा, जिससे 6 करोड़ बलूच दुनिया से कट गए।
- युद्ध अपराध: मीर यार ने पाकिस्तान पर बलूचों के खिलाफ युद्ध अपराध करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि बलूचों को झूठे मामलों में फंसाया जाता है, छात्रों को पढ़ाई से रोका जाता है, और शांतिपूर्ण रैलियों में हिस्सा लेने पर महिलाओं और बच्चों को गोली मार दी जाती है। वकीलों और डॉक्टरों को निशाना बनाया जाता है।
- झूठ का पुलिंदा: उन्होंने कहा कि पाकिस्तान अपने बनने से लेकर अब तक आतंकवाद से लड़ा नहीं है, बल्कि आतंकवादियों को पनाह दी है, धन और वैचारिक प्रशिक्षण दिया है। अल-कायदा नेता ओसामा बिन लादेन को 15 साल तक ISI के गेस्ट हाउसों में सुरक्षा देना इस मिलीभगत का सबसे बड़ा सबूत है।
बलूच नेता ने निष्कर्ष निकालते हुए पाकिस्तान को “धोखेबाज और आतंकवादियों की अघोषित माँ” बताया, जो खुद को पीड़ित बताकर दुनिया को गुमराह करता है। उन्होंने पाकिस्तान को संयुक्त राष्ट्र की सदस्यता से तुरंत निष्कासित करने की मांग की है।