लॉर्ड्स में खेले गए वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) फाइनल में दक्षिण अफ्रीका ने ऑस्ट्रेलिया को 5 विकेट से हराकर ऐतिहासिक जीत दर्ज की। इस जीत ने न केवल 27 साल बाद दक्षिण अफ्रीका को एक आईसीसी ट्रॉफी दिलाई, बल्कि उनके चोकर्स के बदनाम टैग को भी खत्म कर दिया। हालांकि, इस ऐतिहासिक जीत के दौरान भी ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी अपनी चिर-परिचित हरकतों से बाज नहीं आए। मैच के दौरान, खासकर जब दक्षिण अफ्रीका जीत के करीब पहुंच रहा था, ऑस्ट्रेलियाई खिलाडिय़ों ने मैदान पर स्लेजिंग की सारी हदें पार कर दीं। दक्षिण अफ्रीका के कप्तान टेम्बा बावुमा ने मैच के बाद खुलासा किया कि बल्लेबाजी करते समय उन्हें बीच-बीच में ऑस्ट्रेलियाई खिलाडिय़ों द्वारा चोक (दबाव में हारने वाला) जैसे शब्द सुनाई दे रहे थे। यह शब्द अक्सर दक्षिण अफ्रीकी टीम के लिए बड़े मैचों में हारने के संदर्भ में इस्तेमाल किया जाता रहा है और ऑस्ट्रेलियाई टीम ने इसे बावुमा और उनकी टीम को नर्वस करने के लिए इस्तेमाल किया।
चोक का इस्तेमाल करते हुए सुनाई दिया
बावुमा ने कहा कि जब हम बल्लेबाजी कर रहे थे, तो हमें ऑस्ट्रेलियाई टीम को वह शब्द चोक का इस्तेमाल करते हुए सुनाई दे रहा था। हम बहुत विश्वास और बहुत सारे संदेह के साथ आए थे। हम फाइनल में पहुंचे और जिस रास्ते से हम आए, उस पर लोग संदेह कर रहे थे। यह जीत उस बात को खत्म करती है। ऑस्ट्रेलियाई टीम की यह हरकत एक बार फिर उनके खेल भावना पर सवाल खड़ा करती है। हालांकि, टेम्बा बावुमा और उनकी टीम ने इन उकसावों का शानदार जवाब दिया। उन्होंने दबाव में आकर बिखरने के बजाय, शांत रहकर अपना खेल खेला और एडेन मार्करम की शानदार शतकीय पारी और बावुमा के महत्वपूर्ण अर्धशतक की बदौलत ऐतिहासिक जीत हासिल की। इस जीत के बाद, दक्षिण अफ्रीकी टीम ने न केवल एक ट्रॉफी जीती, बल्कि दशकों से उनके साथ जुड़े चोकर्स के टैग को भी प्रभावशाली तरीके से चुनौती दी। यह जीत क्रिकेट के इतिहास में दक्षिण अफ्रीका के लिए एक नए अध्याय की शुरुआत है।


