मुख्यमंत्री नायब सिंह की सख्ती के बाद हरियाणा पुलिस सक्रिय होकर प्रदेश को अपराध मुक्त करना शुरू कर दिया है। एक दिन पहले सोनीपत में हरियाणा एसटीएफ और दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच ने मुठभेड़ में तीन अपराधियों को मार गिराया। तीनों अपराधी हिमांशु भाऊ गैंग के थे। इनकी काफी दिनों से दोनों राज्यों की पुलिस को तलाश थी। वहीं एक और अपराधी को एसटीएफ ने गिरफ्तार किया है, जिसके हिमांशु भाऊ गैंग और नीरज फरीदपुरिया गैंग जैसे कुख्यात आपराधिक समूहों से संबंध थे। मुख्यमंत्री ने कहा है कि हरियाणा में बदमाशों के लिए कोई जगह नहीं है। अगर कोई क़ानून को तोडऩे का काम करेगा तो सख्ती से निपटा जाएगा।
हिमांशु भाऊ गैंग और नीरज फरीदपुरिया गैंग से संबंध
हरियाणा पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने कई आपराधिक मामलों में आरोपी कुख्यात अपराधी राकेश उर्फ काला खैरमपुरिया को गिरफ्तार किया है। 2020 में पैरोल पर रिहा होने के बाद से वह कानून प्रवर्तन एजेंसियों से बच रहा था। फर्जी तरीके से हासिल किए पासपोर्ट का इस्तेमाल कर राकेश 2023 की शुरुआत में देश से भाग गया और विदेश से अपने आपराधिक गिरोह का संचालन करता था। वह स्थानीय गिरोहों के साथ गठजोड़ करता था और हिंसक वारदातों को अंजाम देता था। उसके हिमांशु भाऊ गैंग और नीरज फरीदपुरिया गैंग जैसे कुख्यात आपराधिक समूहों से संबंध थे।
2023 की शुरुआत में देश से भागा था
एसटीएफ के डीआईजी सिमरदीप सिंह ने बताया कि हरियाणा पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने कुख्यात अपराधी राकेश उर्फ काला खैरमपुरिया की गिरफ्तारी के साथ एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। 2020 में पैरोल पर रिहा होने के बाद से वह भगौड़ा होकर पुलिस की गिरफ्त से बच रहा था। इस दौरान उसने दूसरे देशों में रहते हुए भारत में आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देता था। उसने पैरोल मिलने के बाद हरियाणा और दूसरे राज्यों में अपनी आपराधिक गतिविधियों को और बढ़ाया। 2023 की शुरुआत में वह देश से फरार हो गया और विदेश से अपने आपराधिक गिरोह का संचालन करने लगा। वह स्थानीय गिरोहों के साथ मिलकर हिंसक वारदातों को अंजाम देता था। उसके हिमांशु भाऊ गैंग और नीरज फरीदपुरिया गैंग जैसे कुख्यात आपराधिक समूहों से संबंध थे।