भारतीय क्रिकेट टीम ने अजेय रहते हुए एशिया कप 2025 का खिताब अपने नाम कर लिया है। टी20 प्रारूप के इस टूर्नामेंट के फाइनल में भारत ने अपने चिर-प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को 5 विकेट से हराकर यह ट्रॉफी जीती। भारत की इस ऐतिहासिक जीत के नायक युवा बल्लेबाज तिलक वर्मा रहे, जिन्होंने अंत तक टिककर एक शानदार नाबाद 69 रनों की पारी खेली।
टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव के लिए सही साबित हुआ, जब टीम ने कुलदीप यादव की बेहतरीन गेंदबाजी (4 विकेट) की बदौलत पाकिस्तान को 19.1 ओवर में मात्र 146 रनों पर ही ढेर कर दिया। लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत ने 19.4 ओवर में 5 विकेट पर 150 रन बनाकर मैच जीत लिया। इस जीत के साथ ही, सूर्यकुमार यादव की अगुआई वाली टीम ने इस टूर्नामेंट में पाकिस्तान के खिलाफ जीत की हैट्रिक भी पूरी की।
पाकिस्तान की पारी: स्पिनरों का दिखा दम
पाकिस्तान की ओर से साहिबजादा फरहान (57 रन) और फखर जमां (46 रन) ने 84 रनों की अच्छी शुरुआती साझेदारी की। ऐसा लग रहा था कि पाकिस्तान 180 से अधिक का स्कोर बनाएगी, लेकिन वरुण चक्रवर्ती ने फरहान को आउट कर इस साझेदारी को तोड़ा। इसके बाद पाकिस्तान की पारी लड़खड़ा गई। भारतीय स्पिनरों ने शानदार प्रदर्शन किया और पाकिस्तान ने नियमित अंतराल पर विकेट गंवाए।
कुलदीप यादव ने महज 30 रन देकर 4 महत्वपूर्ण विकेट झटके और पाकिस्तान की कमर तोड़ दी। जसप्रीत बुमराह, वरुण चक्रवर्ती और अक्षर पटेल ने भी 2-2 विकेट लेकर उनका बखूबी साथ दिया। पाकिस्तान के शीर्ष तीन बल्लेबाजों के अलावा कोई भी खिलाड़ी दहाई का आंकड़ा नहीं छू सका और टीम 20 ओवर भी नहीं खेल पाई।
भारत की खराब शुरुआत और तिलक का शानदार प्रदर्शन
147 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत की शुरुआत बेहद खराब रही और पावरप्ले में ही टीम ने अपने तीन मुख्य बल्लेबाज अभिषेक शर्मा (5), कप्तान सूर्यकुमार यादव (1) और शुभमन गिल (12) को महज 20 रन के स्कोर पर खो दिया।
इस नाजुक स्थिति में, तिलक वर्मा ने जिम्मेदारी संभाली और अनुभवी संजू सैमसन के साथ मिलकर चौथे विकेट के लिए 57 रनों की अहम साझेदारी की। सैमसन 24 रन बनाकर आउट हुए, लेकिन उन्होंने तिलक को संभलने का मौका दिया।
इसके बाद, शिवम दुबे ने तिलक का साथ दिया और दोनों ने आक्रामक अंदाज दिखाते हुए रन रेट को बढ़ने नहीं दिया। दुबे ने 22 गेंदों पर 33 रनों की तेज पारी खेली और तिलक के साथ पांचवें विकेट के लिए 60 रन जोड़े। इसी बीच, तिलक ने अपना अर्धशतक पूरा किया।
आखिरी ओवर का रोमांच और रिंकू का विजयी चौका
मैच का रोमांच आखिरी ओवर तक बना रहा, जब भारत को जीत के लिए 6 गेंदों पर 10 रन चाहिए थे और क्रीज पर तिलक वर्मा के साथ अपना पहला मैच खेल रहे रिंकू सिंह थे। पाकिस्तान के लिए हारिस रऊफ गेंदबाजी कर रहे थे।
- पहली गेंद पर तिलक ने 2 रन लिए।
- दूसरी गेंद पर तिलक ने शानदार छक्का लगाकर भारत को जीत की दहलीज पर पहुंचा दिया।
- तीसरी गेंद पर 1 रन लेकर स्कोर बराबर किया।
- चौथी गेंद पर रिंकू सिंह ने चौका जड़कर भारत को 9वीं बार एशिया कप का चैंपियन बना दिया।
तिलक वर्मा को उनकी नाबाद 69 रनों की जुझारू पारी के लिए प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया। यह जीत भारतीय क्रिकेट के लिए एक बड़ी उपलब्धि है, जिसने दिखाया कि टीम दबाव में भी बेहतरीन प्रदर्शन कर सकती है।