अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (MCG) में खेले गए चौथे एशेज टेस्ट की पिच को ‘असंतोषजनक’ (Unsatisfactory) करार दिया है। इसके साथ ही ऐतिहासिक मेलबर्न स्टेडियम के खाते में एक डिमेरिट पॉइंट भी जुड़ गया है।
पिच पर विवाद की मुख्य वजह
बॉक्सिंग डे टेस्ट के नाम से मशहूर यह मुकाबला महज दो दिन (सिर्फ 142 ओवर) के भीतर ही समाप्त हो गया, जिसमें इंग्लैंड ने 4 विकेट से जीत दर्ज की। मैच रेफरी जेफ क्रो ने अपनी आधिकारिक रिपोर्ट में पिच की कड़ी आलोचना की है। मैच रेफरी के अनुसार, पिच पर गेंदबाजों को जरूरत से ज्यादा मदद मिल रही थी, जिससे बल्ले और गेंद के बीच बराबरी का मुकाबला नहीं हो सका। पूरे मैच में कुल 36 विकेट गिरे, लेकिन ताज्जुब की बात यह रही कि दोनों टीमों का कोई भी बल्लेबाज एक अर्धशतक तक नहीं बना सका। मैच का सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर ट्रेविस हेड का 46 रन रहा। पहले ही दिन 20 विकेट गिर गए थे, जबकि दूसरे दिन बाकी के 16 विकेट गिरे।
क्या है ICC का नियम?
ICC की पिच और आउटफील्ड मॉनिटरिंग प्रक्रिया के तहत, यदि किसी पिच को ‘असंतोषजनक’ रेटिंग मिलती है, तो उस वेन्यू को 1 डिमेरिट पॉइंट दिया जाता है।
- बैन का खतरा: यदि किसी स्टेडियम को 5 साल की अवधि के भीतर 6 डिमेरिट पॉइंट मिलते हैं, तो उस पर 12 महीने के लिए अंतरराष्ट्रीय मैच आयोजित करने का प्रतिबंध लगा दिया जाता है।
- पिछला रिकॉर्ड: दिलचस्प बात यह है कि पिछले तीन सालों में मेलबर्न की पिचों को ‘वेरी गुड’ रेटिंग मिली थी, लेकिन इस बार क्यूरेटर मैट पेज द्वारा छोड़ी गई 10mm घास ने खेल का पासा पलट दिया।
कप्तानों की प्रतिक्रिया
इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने जीत के बावजूद पिच पर असंतोष जताया था। उन्होंने कहा कि बॉक्सिंग डे जैसे बड़े मंच पर ऐसी पिच खेल के लिए अच्छी नहीं है। वहीं, ऑस्ट्रेलिया के कोच एंड्रयू मैकडोनाल्ड ने क्यूरेटर का बचाव करते हुए कहा कि कभी-कभी पिच का अनुमान गलत हो सकता है।
एशेज सीरीज में ऑस्ट्रेलिया पहले ही 3-1 की अजेय बढ़त के साथ ट्रॉफी अपने पास बरकरार रख चुका है। अब सीरीज का पांचवां और अंतिम टेस्ट 4 जनवरी से सिडनी में शुरू होगा।


