आम आदमी पार्टी ने रविवार को दिल्ली के जंतर-मंतर पर भाजपा के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन दिल्ली में झुग्गी-झोपड़ी में रहने वालों को फ्लैट मुहैया कराने के भाजपा के वादे को लेकर था। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा का जहां झुग्गी-वहां मकान का नारा असल में जहां झुग्गी-वहां मैदान में बदल गया है, क्योंकि झुग्गियों को तोड़ा जा रहा है लेकिन मकान नहीं दिए जा रहे।
गरीबों से छत छीनी जा रही, कांग्रेस कहां है?
वहीं दिल्ली आप के अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने कहा कि यदि दिल्ली में 40-50 लाख लोगों को भगाने का प्रयास होगा तो हमारे द्वारा आंदोलन की शुरूआत की गई है। यदि भाजपा की सरकार नहीं मानी तो दिल्ली के 40 लाख लोग सडक़ों पर उतरेंगे और जिस दिन 40-50 लाख लोग दिल्ली की सडक़ों पर उतर गए, उस दिन रेखा गुप्ता की सरकार तमाम बहुमत के बावजूद गिर जाएगी। उन्होंने कहा कि पिछले 5 महीने से दिल्ली के अंदर बुलडोजर चल रहे हैं, गरीबों के सिर से छत छीनी जा रही है, उनके रोजगार छीने जा रहे हैं, लेकिन कांग्रेस कहां है? कांग्रेस चुप क्यों है? राहुल गांधी अब तक इन गरीबों के लिए क्यों नहीं आए? इसका मतलब साफ है कि दिल्ली के चुनाव में कांग्रेस ने भाजपा की मदद की।
उजाडऩे का चल रहा अभियान
केजरीवाल ने आरोप लगाया कि भाजपा ने दिल्ली की झुग्गी बस्तियों को उजाडऩे का अभियान चला रखा है। उन्होंने कहा, भाजपा ने दिल्ली में सत्ता में आने से पहले वादा किया था कि वे झुग्गीवासियों को पक्के मकान देंगे। लेकिन आज क्या हो रहा है? वे बुलडोजर लेकर झुग्गियों को तोड़ रहे हैं और हजारों परिवारों को बेघर कर रहे हैं। इनका नारा जहां झुग्गी-वहां मकान नहीं, बल्कि जहां झुग्गी-वहां मैदान है।
हमने झुग्गीवासियों के लिए काम किया
मुख्यमंत्री ने दावा किया कि उनकी सरकार ने झुग्गीवासियों के लिए काम किया है और आगे भी करती रहेगी। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार बेघर हुए लोगों को छत मुहैया कराने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने भाजपा पर राजनीति करने का आरोप लगाया और कहा कि वे गरीबों के हितों की अनदेखी कर रहे हैं। इस प्रदर्शन में आम आदमी पार्टी के कई वरिष्ठ नेता, विधायक और बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता शामिल हुए। कार्यकर्ताओं ने भाजपा और केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। आप का कहना है कि वे झुग्गीवासियों के अधिकारों के लिए लड़ाई जारी रखेंगे और तब तक चैन से नहीं बैठेंगे जब तक सभी को पक्के मकान नहीं मिल जाते। यह प्रदर्शन ऐसे समय में हुआ है, जब दिल्ली में आगामी चुनावों को लेकर राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो रही हैं और झुग्गीवासी एक बड़ा वोट बैंक माने जाते हैं।