केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने देश के करोड़ों वाहन चालकों के लिए एक बड़ी खुशखबरी का संकेत दिया है। उन्होंने कहा है कि अगले तीन दिनों के भीतर टोल टैक्स (Toll Tax) को लेकर एक नई योजना का ऐलान किया जा सकता है, जिससे लोगों को काफी राहत मिलेगी। एक निजी चैनल के कार्यक्रम के दौरान बोलते हुए गडकरी ने कहा कि यह योजना ऐसी होगी जिससे “हर कोई खुश होगा”। उन्होंने हालांकि इस योजना के विस्तृत विवरण का खुलासा नहीं किया, लेकिन उनके बयान से यह स्पष्ट है कि सरकार टोल संग्रह प्रणाली में बड़े बदलाव की तैयारी कर रही है।
क्या हो सकती है नई टोल टैक्स योजना?
गडकरी के पहले के बयानों और सरकार की मौजूदा नीतियों को देखते हुए, कुछ संभावित बदलावों पर अनुमान लगाया जा सकता है:
- सेटेलाइट-आधारित जीपीएस टोलिंग: यह सबसे संभावित विकल्प प्रतीत होता है। इसमें वाहनों को टोल प्लाजा पर रुकने की आवश्यकता नहीं होगी, बल्कि जीपीएस के माध्यम से तय की गई दूरी के अनुसार टोल काटा जाएगा। यह प्रणाली न केवल टोल प्लाजा पर लगने वाले जाम से निजात दिलाएगी बल्कि वाहन चालकों को केवल उतनी ही दूरी का भुगतान करने की सुविधा देगी जितनी वे यात्रा करते हैं।
- न्यूनतम टोलिंग या छूट: संभव है कि कुछ विशेष श्रेणियों के वाहनों या छोटी दूरी की यात्रा के लिए टोल में छूट या न्यूनतम शुल्क का प्रावधान किया जाए।
- प्रौद्योगिकी का उपयोग: फास्टैग (FASTag) की सफलता के बाद, सरकार टोल संग्रह को और अधिक पारदर्शी और कुशल बनाने के लिए नई तकनीकों का उपयोग कर सकती है।
गडकरी लगातार आधुनिक और कुशल परिवहन प्रणालियों के समर्थक रहे हैं। उन्होंने बार-बार टोल प्लाजा पर लगने वाले जाम और इससे होने वाले समय व ईंधन के नुकसान पर चिंता व्यक्त की है। नई योजना का उद्देश्य सड़क यात्रा को और अधिक सुगम, तेज और किफायती बनाना हो सकता है।
यह ऐलान ऐसे समय में हो रहा है जब देश में ई-मोबिलिटी और ग्रीन ट्रांसपोर्टेशन पर जोर दिया जा रहा है। टोल संग्रह में सुधार से न केवल अर्थव्यवस्था को गति मिलेगी बल्कि प्रदूषण कम करने में भी मदद मिल सकती है। वाहन चालकों को अब इस बहुप्रतीक्षित घोषणा का बेसब्री से इंतजार है।