बिहार के मोकामा से पूर्व विधायक और बाहुबली नेता अनंत सिंह का जनसंपर्क अभियान उस समय एक नाटकीय घटना में बदल गया, जब वह एक जनसभा को संबोधित करने के दौरान मंच टूटने से नीचे गिर गए। यह घटना उनके ‘तूफान संपर्क अभियान’ के तहत एक गाँव में जनसंपर्क के दौरान हुई, हालांकि अच्छी बात यह रही कि अनंत सिंह को कोई गंभीर चोट नहीं आई और वह बाल-बाल बच गए।
क्या है पूरा मामला?
अनंत सिंह अपने समर्थकों के साथ चुनावी माहौल के बीच सघन जनसंपर्क कर रहे थे। एक गाँव में पहुँचने पर स्थानीय समर्थकों ने तुरंत उनके लिए एक छोटा, अस्थाई मंच तैयार किया। गाँव के लोगों और समर्थकों की अपील पर अनंत सिंह भी जनता को संबोधित करने का मौका हाथ से जाने नहीं देना चाहते थे और मंच पर बैठ गए। उनके साथ कुछ अन्य समर्थक भी मंच पर मौजूद थे।
नारेबाजी के बीच बिगड़ा संतुलन
जैसे ही उनके समर्थक माइक संभालकर उत्साह से भाषण देने लगे और भीड़ से “अनंत सिंह जिंदाबाद” के नारे जोर-जोर से गूंजने लगे, उसी क्षण यह हादसा हुआ। अचानक, ओवरलोड और अस्थाई रूप से बना मंच अपने बोझ और समर्थकों के जोश को संभाल नहीं पाया। मंच का संतुलन बिगड़ा और वह तेज आवाज के साथ टूटकर नीचे गिर पड़ा।
बाल-बाल बचे ‘छोटे सरकार’
मंच टूटते ही अनंत सिंह समेत उस पर मौजूद सभी लोग नीचे गिर गए। यह अप्रत्याशित नजारा देखते ही समर्थकों में अफरा-तफरी मच गई। हालांकि, तुरंत ही समर्थकों ने ‘छोटे सरकार’ को संभालने के लिए दौड़ लगाई और स्थिति को नियंत्रण में किया। गनीमत यह रही कि यह छोटा मंच था और ऊंचाई ज्यादा नहीं थी, जिसके कारण अनंत सिंह को किसी तरह की गंभीर चोट नहीं आई।
इस घटना के बावजूद, अनंत सिंह ने जल्द ही स्थिति को संभाला और अपने समर्थकों को शांत किया। उन्होंने फिर से जनसंपर्क शुरू किया, लेकिन यह घटना मोकामा के चुनावी माहौल में चर्चा का विषय बन गई है।


