उप्र के प्रयागराज में 2025 में होने वाले महाकुंभ के लिए तैयारियां तेज हो गई हैं। योगी सरकार ने भी इस सबसे बड़े धार्मिक समागम के लिए सरकार ने करोड़ों रुपये दिए है। महाकुंभ के लिए सरकार 15000 करोड़ रुपये खर्च होंगे। महाकुंभ के आयोजन में ही करीब 6500 करोड़ खर्च हो सकते हैं। महाकुंभ के लिए गंगा किनारे पूरा शहर बसेगा, जहां अस्पताल, टेंट में रहने की व्यवस्था, मोबाइल टॉयलेट से लेकर आध्यात्म केंद्र तक होगा। प्रयागराज के महाकुंभ के लिए 405 परियोजनायों को मंजूरी दे दी गई है। रायबरेली-प्रयागराज एक्सप्रेस वे का निर्माण दिसंबर 2024 तक पूरा करने की तैयारी है। प्रयागराज रिंग रोड पर भी काम तेज कर दिया गया है।
400 से ज्यादा चिकित्सक रहेंगे तैनात
रिकार्ड श्रद्धालुओं के आने के अनुमान को देखते हुए योगी सरकार ने स्वास्थ्य को लेकर विशेष तैयारी की है। मेले में आने वाले बुजुर्ग, महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य का ध्यान रखा जाएगा। यही वजह है कि कुंभ मेला क्षेत्र में 400 से ज्यादा चिकित्सकों की तैनाती की जाएगी। ये बड़ी संख्या में आने वाले श्रद्धालुओं की सेहत का ध्यान रखेंगे। साथ ही 700 से ज्यादा पैरामेडिकल शिक्षक नियुक्त करने की भी योजना है। प्रशासन का दावा है कि मेला क्षेत्र में मेडिकल टीम 24 घंटे उपलब्ध होगी ताकि किसी को स्वास्थ्य से संबंधित कोई परेशानी न हो। महाकुंभ मेले में 354 फार्मासिस्ट, 150 वार्ड ब्वॉयज और 182 नर्सिंग स्टाफ उपस्थित रहेंगे। इसके साथ 48 बेड महिलाओं और 15 बेड बच्चों के लिए भी रिजर्व रहेंगे जिससे आने वाले श्रद्धालुओं को कोई परेशानी नहीं होगी।