बिहार में इस वर्ष चुनाव होने हैं और इसके लिए करीब 6 माह का समय ही रह गया है। ऐसे में एक घटना ने पूरे देश का ध्यान अपनी ओर खींचा है। यह घटना 6 अप्रैल की है जब बिहार के बेगूसराय जिले के मंसूरचक प्रखंड के अहियापुर गांव में हुई। खेल मंत्री और बीजेपी विधायक सुरेंद्र मेहता ने बीजेपी के 45वें स्थापना दिवस के अवसर पर हुए एक कार्यक्रम में 700 से अधिक लोगों को कंबल बांट दिए। इस घटना पर अब सवाल खड़े हो रहे हैं। विरोधी दल उनका मजाक उड़ा रहे हैं। इस समय जब अप्रैल माह में पारा 40 डिग्री के पार है तो भला कंबल बांटने की क्या जरूरत है। लेकिन ये राजनीति है, जब वक्त-बेवक्त ऐसे नजारे देखने को मिलते रहते हैं। इस घटना की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए, जिसमें लोगों ने भीषण गर्मी में कंबल बांटने के समय पर सवाल उठाए है। ऐसे मौसम में कंबल बांटना कई लोगों को अजीब और अव्यवहारिक लग रहा है। कुछ लोगों ने मंत्री पर जमीनी हकीकत से अनजान होने का भी आरोप लगाया।
आभार और सम्मान का प्रतीक बताया
मंत्री सुरेंद्र मेहता ने इस कंबल वितरण पर उठे सवालों के बीच उन्होंने सफाई देते इसे लोगों के प्रति आभार और सम्मान का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि यह बीजेपी के लिए एक विशेष दिन था और कंबल, जिसे उन्होंने अंग वस्त्र कहा, भेंट कर लोगों को सम्मानित किया गया। इस घटना को लेकर सोशल मीडिया पर कई तरह की प्रतिक्रियाएं आईं। कुछ लोगों ने इसे हास्यास्पद बताया तो कुछ ने इसे राजनीतिक स्टंट करार दिया।
पलायन की काट में कंबल वितरण
त्रिपुरा कांग्रेस के सचिव संजीब भट्टाचार्य ने इस घटना का एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा कि जैसे ही कांग्रेस पार्टी ने बिहार के युवाओं के लिए पलायन रोको, नौकरी दो अभियान शुरू किया, वैसे ही बीजेपी नेताओं में बेचैनी दिखने लगी। इसी वजह से बिहार के खेल मंत्री सुरेंद्र मेहता ने तुरंत भीषण गर्मी में कंबल वितरण योजना शुरू कर दी। यह घटना बिहार विधानसभा चुनावों से पहले हुई है, जिसमें बीजेपी, नीतीश कुमार की जनता दल (यूनाइटेड) के साथ गठबंधन में, अपनी राजनीतिक जमीन बचाने की तैयारी कर रही है।