देश में साइबर धोखाधड़ी के बढ़ते मामलों के मद्देनजर लोगों को जागरूक करने वाली अमिताभ बच्चन की जानी-मानी कॉलर ट्यून अब बंद कर दी गई है। यह कॉलर ट्यून, जो साइबर अपराधों से सतर्क रहने की चेतावनी देती थी, कुछ खास परिस्थितियों में, खासकर आपातकालीन स्थितियों में, मुसीबत का सबब बन रही थी।
सूत्रों के अनुसार, सरकार और दूरसंचार विभाग (DoT) ने यह फैसला कई शिकायतों के बाद लिया है। अक्सर देखा गया था कि जब कोई व्यक्ति किसी आपातकालीन स्थिति में त्वरित मदद के लिए फोन करता था, तो उसे पहले यह लंबी कॉलर ट्यून सुननी पड़ती थी, जिससे उसका कीमती समय बर्बाद होता था। कई यूजर्स ने सोशल मीडिया पर भी इस बारे में अपनी नाराजगी जाहिर की थी, जहां उन्होंने बताया कि कैसे यह चेतावनी वाली ट्यून, जो जागरूकता के लिए थी, इमरजेंसी में खुद एक रुकावट बन गई थी।
नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस मामले को गंभीरता से लिया और दूरसंचार विभाग (DoT) के साथ इस मुद्दे पर चर्चा की। इसके बाद ही यह निर्णय लिया गया कि अब यह जागरूकता वाली कॉलर ट्यून बंद कर दी जाएगी।यह पहला मौका नहीं है जब किसी कॉलर ट्यून को लेकर जनविरोध के बाद बदलाव किया गया हो। कोविड-19 महामारी के दौरान भी ‘दो गज दूरी, मास्क है जरूरी’ वाली कॉलर ट्यून पर भी इसी तरह की आपत्तियां उठाई गई थीं।
अब इस ट्यून के बंद होने से उपभोक्ताओं को कॉल कनेक्ट होने से पहले अनावश्यक इंतजार नहीं करना पड़ेगा। हालांकि, सरकार और विभिन्न एजेंसियां साइबर सुरक्षा और धोखाधड़ी से बचाव के लिए अन्य माध्यमों जैसे एसएमएस अलर्ट, सोशल मीडिया अभियान और सार्वजनिक घोषणाओं के जरिए जागरूकता फैलाना जारी रखेंगी। यह कदम इस बात का भी प्रमाण है कि जन प्रतिनिधियों द्वारा उठाए गए मुद्दे सरकारी नीतियों में बदलाव ला सकते हैं।
साइबर ठगी के मामले अभी भी एक बड़ी चुनौती बने हुए हैं, लेकिन अब लोगों को जागरूक करने के लिए अन्य माध्यमों का इस्तेमाल किया जाएगा। सरकार और एजेंसियां अब एसएमएस अलर्ट, सोशल मीडिया अभियानों और सार्वजनिक घोषणाओं के जरिए साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूकता फैलाने पर जोर देंगी। इस फैसले से अब फोन करने वालों को कॉल कनेक्ट होने से पहले कोई अनावश्यक इंतजार नहीं करना पड़ेगा, जिससे विशेषकर आपातकालीन सेवाओं तक पहुंच आसान हो सकेगी।