अमेरिका में बशर अल-असद के शासन का अंत हो चुका है और विद्रोहियों ने पूरे देश में अपना परचम लहरा दिया है। असद के सत्ता से हटने पर ईरान और रूस को झटका लगा है। असद भागकर मास्को पहुंच चुके हैं तो उनके सीरिया से निकलते ही अमेरिका ने सीरिया में दर्जनों हवाई हमले किए हैं। रविवार को सीरिया पर पांच दशक से चले आ रहे असद परिवार के शासन का अंत हो गया। इस बीच अमेरिकी सेना ने मध्य सीरिया में 75 हवाई हमले किए हैं। अमेरिकी सेना ने हवाई हमलों में आतंकवादी गुट आईएसआईएस के ठिकानों को निशाना बनाया है। इससे पहले सीरिया आईएसआईएस का गढ़ हुआ करता था। सीरिया में विद्रोहियों का नेतृत्व करने वाले समूह हयात तहरीर अल शाम का मुखिया अबू मोहम्मद अल-जुलानी भी आईएसआईएस से जुड़ा था। हालांकि बाद में उसने खुद को आईएसआईएस से अलग कर लिया था और इसके खिलाफ अभियान भी चलाया।
इसलिए किया हमला
अमेरिकी सेंट्रल कमांड के मुताबिक मध्य सीरिया में आईएसआईएस के ठिकानों और आतंकियों को निशाना बनाकर दर्जनों सटीक हवाई हमले किए गए हें। यह हमला आईएसआईएस के खिलाफ उस मिशन के लिए है ताकि आतंकवादी समूह फिर से संगठित होने के लिए मौजूदा स्थिति का फायदा उठाने की कोशिश न करे। अमेरिका वायुसेना ने हमले में बी-52, एफ-15 और ए-10 सहित कई अमेरिकी वायु सेना के विमानों का उपयोग किया। राष्ट्रपति जो बाइडेन ने चेतावनी दी है कि असद की सरकार का गिरना मध्य पूर्व के लिए जोखिम और अनिश्चितता का क्षण है। आईएसआएस सीरिया में स्थिति का फायदा उठाएगा और खुद को फिर से स्थापित करने का प्रयास करेगा। हालंकि बाइडेन ने कहा कि हम ऐसा नहीं होने देंगे। इस बीच सीरिया में अमेरिका के लगभग 900 सैनिक मौजूद हैं, जिसमें उत्तर-पूर्व में कुर्द सहयोगियों के साथ काम करने वाली सेनाएं भी शामिल हैं। ये सैनिक अभी सीरिया में ही रहेंगे।