हॉलीवुड के मशहूर फिल्म निर्देशक जेम्स कैमरून ने एक बार फिर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) को लेकर अपनी चिंता जाहिर की है। ‘टर्मिनेटर’ जैसी ब्लॉकबस्टर फिल्म बनाने वाले कैमरून ने AI के बढ़ते खतरों की तुलना परमाणु बम के आविष्कार से की है। उन्होंने कहा कि AI में मानवता के लिए ‘टर्मिनेटर’ जैसी तबाही और ‘परमाणु बम’ जैसा विनाश लाने की क्षमता है।
कैमरून ने कहा कि हमें AI के विकास को लेकर बहुत सतर्क रहने की जरूरत है। उन्होंने कहा, “जब हमने परमाणु बम बनाया, तो हमें पता था कि इससे क्या हो सकता है। यह विनाशकारी था। लेकिन AI के साथ समस्या यह है कि हम नहीं जानते कि यह क्या कर सकता है। यह एक ऐसी ताकत है जिसे हमने पूरी तरह से समझा नहीं है। कैमरून ने कहा तेजी से फैसले लेने वाले सैन्य सिस्टम में AI का इस्तेमाल इंसानों की समझ से बाहर हो सकता है। भले ही कोई इंसान सिस्टम को नियंत्रित कर रहा हो, तब भी गलतियां होने का खतरा बना रहेगा।”
उन्होंने बताया कि जिस तरह परमाणु हथियारों ने युद्ध का तरीका बदल दिया, उसी तरह AI भी मानवता के लिए एक नया खतरा पैदा कर रहा है। कैमरून ने कहा कि AI को विकसित करने वाली कंपनियां सिर्फ लाभ कमाने पर ध्यान दे रही हैं, जबकि इसके संभावित खतरों को नजरअंदाज किया जा रहा है।
कैमरून की यह भविष्यवाणी इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि उन्होंने 1984 में ही ‘टर्मिनेटर’ फिल्म के जरिए AI के एक खतरनाक पहलू को पर्दे पर दिखाया था, जहां एक AI सिस्टम ‘स्काईनेट’ मानवता के खिलाफ हो जाता है। उनकी इस चेतावनी ने एक बार फिर AI के भविष्य को लेकर बहस छेड़ दी है, और यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि क्या हम वास्तव में एक ऐसी तकनीक को विकसित कर रहे हैं जो हमारे ही अस्तित्व के लिए खतरा बन सकती है।