अहमदाबाद में हुए दर्दनाक एयर इंडिया विमान हादसे की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट (AAIB Report) सामने आने के बाद, नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने आज एक महत्वपूर्ण बयान जारी किया है। उन्होंने जनता और मीडिया से अपील की है कि वे अभी किसी अंतिम निष्कर्ष पर न पहुंचें, क्योंकि विस्तृत जांच अभी भी जारी है और पूरी सच्चाई सामने आने में समय लगेगा।
राजधानी में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए, मंत्री नायडू ने कहा, “हमने विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) की प्रारंभिक रिपोर्ट प्राप्त कर ली है। यह रिपोर्ट दुर्घटना के कुछ शुरुआती पहलुओं पर प्रकाश डालती है, जैसे कि उड़ान भरने के तुरंत बाद इंजनों की ईंधन आपूर्ति का बंद हो जाना और कॉकपिट में पायलटों के बीच की बातचीत।” उन्होंने जोर देकर कहा कि यह केवल एक प्रारंभिक रिपोर्ट है और इसमें किसी अंतिम कारण का उल्लेख नहीं किया गया है।
नायडू ने कहा, “मैं सभी से अनुरोध करता हूं कि वे इस रिपोर्ट के आधार पर किसी भी प्रकार के अनुमान न लगाएं और किसी अंतिम निष्कर्ष पर न पहुंचें। यह एक बहुत ही संवेदनशील और जटिल मामला है, जिसमें 260 लोगों की जान गई है। हमें जांचकर्ताओं को अपना काम पूरी तरह से और निष्पक्ष रूप से करने देना चाहिए।”
मंत्री ने यह भी आश्वस्त किया कि सरकार इस जांच को पूरी पारदर्शिता और जवाबदेही के साथ आगे बढ़ाएगी। उन्होंने कहा, “जांचकर्ता हर पहलू पर गौर कर रहे हैं, जिसमें मानवीय कारक, तकनीकी पहलू, प्रक्रियात्मक चूक और अन्य सभी संभावित कारण शामिल हैं। हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता यह सुनिश्चित करना है कि ऐसी दुखद घटना भविष्य में कभी न हो।”
AAIB की प्रारंभिक रिपोर्ट में खुलासा हुआ था कि विमान के उड़ान भरने के मात्र तीन सेकंड बाद ही दोनों इंजनों की ईंधन आपूर्ति बंद हो गई थी और 29 सेकंड के भीतर विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। रिपोर्ट में पायलटों के बीच की बातचीत का भी जिक्र था, जिसमें एक पायलट दूसरे से फ्यूल कटऑफ स्विच बंद करने के बारे में पूछ रहा था, जिस पर दूसरे ने इनकार किया था।
राम मोहन नायडू का यह बयान ऐसे समय में आया है जब प्रारंभिक रिपोर्ट के बाद कई सवाल उठ रहे हैं और अलग-अलग तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। उनका उद्देश्य जनता को धैर्य रखने और जांच प्रक्रिया पर भरोसा रखने का संदेश देना है।