भारत में कोरोना संक्रमण की रफ्तार एक बार फिर तेजी से बढ़ रही है, जिससे देश में चिंता का माहौल है। 8 जून 2025 तक देश में सक्रिय मामलों की संख्या 6,133 हो गई है, जो 6000 के आंकड़े को पार कर गई है। पिछले 24 घंटों के भीतर, संक्रमण से 6 और मरीजों की मौत हुई है, जिससे स्थिति की गंभीरता और बढ़ गई है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के अनुसार, केरल इस वृद्धि से सबसे अधिक प्रभावित राज्य बना हुआ है, जहां सक्रिय मामलों की संख्या 1,950 तक पहुंच गई है, जो देश के कुल सक्रिय मामलों का लगभग आधा है। केरल के अलावा, दिल्ली में 892, महाराष्ट्र में 681, और पश्चिम बंगाल में 693 सक्रिय मामले दर्ज किए गए हैं। गुजरात और तमिलनाडु जैसे राज्यों में भी 300 से अधिक सक्रिय मामले हैं। हरियाणा में 102 और राजस्थान में 132 सक्रिय केस हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने मई 2025 में सबवेरिएंट LF.7 और NB.1.8.1 के प्रसार पर नजर रखने की बात कही थी। हालांकि, डब्ल्यूएचओ ने अभी तक इन सबवेरिएंट को चिंताजनक नहीं माना है।
देश में बढ़ती संक्रमण दर को देखते हुए, स्वास्थ्य मंत्रालय ने लोगों से भीड़भाड़ वाले इलाकों में जाने से बचने और मास्क का उपयोग करने की अपील की है। स्थानीय प्रशासन को भी सभी प्रकार की स्वास्थ्य सेवाओं की तैयारी करने के निर्देश दिए गए हैं।यह स्थिति लोगों के बीच सतर्कता और कोविड-उपयुक्त व्यवहार के पालन की आवश्यकता पर जोर देती है ताकि संक्रमण के प्रसार को नियंत्रित किया जा सके।