राष्ट्र संत आचार्य श्री विद्यासागर महा मुनिराज जी के ब्रम्हलीन होने पर छत्तीसगढ़ में आधे दिन का राजकीय शोक घोषित
आचार्यश्री विद्यासागर जी महामुनिराज ने रात 2.30 बजे छत्तीसगढ़ के डोंगरगढ स्थित चन्द्रगिरी तीर्थ पर संल्लेखना पूर्वक समाधि ले ली। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने राष्ट्रसंत आचार्य श्री विद्यासागर महा मुनिराज जी के ब्रम्हलीन होने पर उन्हें नमन किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज का देश व समाज के लिए योगदान युगों-युगों तक स्मरण किया जाएगा।
आध्यात्मिक चेतना के पुंज थे आचार्यश्री
उन्होंने कहा कि विश्व वंदनीय, राष्ट्र संत आचार्य श्री विद्यासागर महामुनिराज जी के डोंगरगढ़ स्थित चंद्रगिरी तीर्थ में सल्लेखना पूर्वक समाधि का समाचार प्राप्त हुआ। छत्तीसगढ़ सहित देश-दुनिया को अपने ओजस्वी ज्ञान से पल्लवित करने वाले आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज को देश व समाज के लिए किए गए उल्लेखनीय कार्य, उनके त्याग और तपस्या के लिए युगों-युगों तक स्मरण किया जाएगा। आध्यात्मिक चेतना के पुंज आचार्यश्री विद्यासागर जी के श्रीचरणों में कोटि-कोटि नमन।
छत्तीसगढ़ में आधे दिन का राजकीय शोक घोषित
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य शासन द्वारा वर्तमान के वर्धमान कहे जाने वाले विश्व प्रसिद्ध दिगंबर जैन मुनि संत परंपरा के आचार्य विद्यासागर महाराज जी के सम्मान में आज छत्तीसगढ़ में आधे दिन का राजकीय शोक घोषित किया गया है। इस दौरान राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा तथा राजकीय समारोह एवं कार्यक्रम आयोजित नहीं किए जाएंगे।
राज्यपाल ने आचार्य शोक व्यक्त किया
राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन ने परम् वंदनीय संत शिरोमणि, आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के ब्रह्मलीन होने पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने ईश्वर से महाराज को अपने श्रीचरणों में स्थान प्रदान करने की प्रार्थना की। उन्होंने कहा कि विश्व-कल्याण के लिए आचार्य श्री विद्यासागर जी का समर्पण अविस्मरणीय है।