ममता बनर्जी की तर्ज पर अब आम आदमी पार्टी भी कांग्रेस को झटका देने की तैयारी में है। आप पंजाब में सभी 13 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ सकती है। वहीं दिल्ली में भी पार्टी कांग्रेस को ज्यादा सीटें देने के पक्ष में नहीं है। ऐसे में कांग्रेस को यहां भी झटका लग सकता है। इसी तरह बिहार, उप्र में भी क्षेत्रीय पार्टियां कांग्रेस को ज्यादा सीटें नहीं देना चाहते। सपा प्रमुख अखिलेश यादव कह चुके हैं कि उप्र में सीटों का फैसला वे करेंगे। वहीं खबर यह भी है कि बिहार में जदयू और राजद ने सीटों का बंटवारा कर लिया है और 40 सीटों में दोनों पार्टियां 17-17 सीटों पर लोकसभा का चुनाव लड़ेंगी। बाकी सीटें सहयोगी दलों और कांग्रेस के लिए छोड़ी जाएंगी।
या तो कांग्रेस झुकेगी या डराएगी
कुछ ऐसे ही हालात तमिलनाडु, महाराष्ट्र और झारखंड में भी दिख रहे हैं, जहां क्षेत्रीय दल कांग्रेस के सामने झुकने को तैयार नहीं हैं। ऐसे में या तो कांग्रेस को झुकना पड़ेगा या मोदी का डर दिखाना होगा। जिस तरह ईडी, सीबीआई और आईटी की दबिश विपक्षी नेताओं पर पड़ रही है, उससे ये पार्टियां एक झंडे के तले आने के लिए मजबूर हैं। यही मजबूरी इन्हें इंडिया गठबंधन में बनाए रखने का काम करेगी। अब देखना होगा कि लोकसभा चुनाव के पहले क्या विपक्षी एकता हो पाएगी या इसी तरह बड़ी पार्टियां कांग्रेस से छिटकती जाएंगी।
पंजाब में भी कांग्रेस को झटका देगी आप.. उप्र-बिहार, महाराष्ट्र में भी फंस रहा पेंच
RELATED ARTICLES