संसद में केंद्रीय मंत्री और बीजेपी सांसदों ने लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के जर्मनी दौरे और चुनाव में हार-जीत पर उनकी प्रतिक्रियाओं को लेकर तीखे हमले किए हैं, जबकि कांग्रेस सांसद ने इन हमलों को मुद्दों से भटकाने की कोशिश बताया है।
केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने राहुल गांधी पर सीधा हमला करते हुए उनके विदेश दौरों पर सवाल उठाया और उन्हें ‘डबल स्टैंडर्ड’ वाला बताया। जोशी ने कहा कि राहुल गांधी हमेशा संसद सत्र के दौरान “अपना ज़्यादातर समय विदेश में बिताते हैं” और बाद में यह शिकायत करते हैं कि उन्हें बोलने का मौका नहीं मिलता। उन्होंने याद दिलाया कि बिहार चुनाव के दौरान भी राहुल गांधी विदेश में थे।
- उन्होंने सवाल किया, “जब आप कर्नाटक में जीते तो आपने क्या कहा था? जब झारखंड में INDI गठबंधन जीता, जब आप तेलंगाना में जीते तो आपने क्या कहा था? लेकिन जब आप हारते हैं, तो आप EVM, चुनाव आयोग को दोष देते हैं।” जोशी ने कहा कि वे (कांग्रेस) जीत को अपनी वजह से बताते हैं, लेकिन हारने पर सिस्टम को दोषी ठहराते हैं।
कांग्रेस सुधार की ज़रूरत: दिनेश शर्मा
भाजपा सांसद दिनेश शर्मा ने कांग्रेस के लगातार चुनावी प्रदर्शन पर तंज कसते हुए कहा कि “कांग्रेस की 95 पराजय के बाद वे (राहुल गांधी) हार का शतक जल्दी पूरा करेंगे।”
- शर्मा ने कहा कि राहुल गांधी को हर चुनाव के बाद 1-2 विदेश यात्राएं चाहिए होती हैं। उन्होंने जोर देकर कहा, “चुनाव सुधार से ज्यादा कांग्रेस के सुधार की जरूरत है, वे न प्रदर्शन कर पा रहे हैं, न ट्रांसफॉर्म कर पा रहे हैं।”
‘राहुल में कोई दम नहीं’: कंगना रनौत
भाजपा सांसद कंगना रनौत ने राहुल गांधी के राजनीतिक कद पर व्यक्तिगत टिप्पणी की। उन्होंने कहा, “यह सबके लिए बहुत प्रत्यक्ष है कि क्यों उनकी पार्टी एकल अंक पर आ गई है… उस व्यक्ति में कोई दम नहीं है, चरित्र में कोई ताकत नहीं है इसलिए मेरे पास कहने के लिए कुछ नहीं है।
कांग्रेस का बचाव: गंभीर मुद्दों से भटकाव
इन हमलों पर पलटवार करते हुए कांग्रेस सांसद रंजीत रंजन ने राहुल गांधी का बचाव किया। उन्होंने कहा, “देश में इतने गंभीर मुद्दे हैं वंदे मातरम, प्रदूषण, चुनाव सुधार… इन सब मुद्दे को हटाकर इनको राहुल गांधी याद आते हैं।”
- उन्होंने पूछा कि प्रधानमंत्री भी तो बाहर जा रहे हैं, हर नेता प्रतिपक्ष अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चर्चा करता रहा है। रंजन ने बीजेपी से पूछा, “ये सिर्फ राहुल गांधी करते रहेंगे कि 12 साल में इन्होंने देश के लिए क्या किया है, युवाओं को नौकरियां क्यों नहीं मिल पा रही है उनके बारे में चर्चा करेंगे।


