महाराष्ट्र में नागपुर में हुई हिंसा के पीछे फहीम खान की मुख्य भूमिका रही। इस पर साइबर डीसीपी लोहित मतानी ने कहा कि उसने औरंगजेब के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के वीडियो को संपादित करके प्रसारित किया और जिसके कारण दंगे फैले। उसने हिंसक वीडियो का महिमामंडन भी किया। डीसीपी ने कहा कि चार एफआईआर दर्ज की गई हैं।
230 से अधिक प्रोफाइल की जानकारी मांगी
उन्होंने बताया कि पहली एफआईआर यह है कि औरंगजेब के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के वीडियो संपादित करके प्रसारित किए गए। 230 से अधिक प्रोफाइल की जानकारी ब्लॉक करने के लिए मांगी गई है और हम उन सभी के बारे में तीसरे पक्ष से जानकारी मांग रहे हैं। चाहे वह फेसबुक हो, इंस्टाग्राम हो, ट्विटर हो, यूट्यूब हो, और जैसे-जैसे हमें जानकारी मिलती जाएगी, हम उन लोगों की पहचान करेंगे और उन्हें गिरफ्तार करने की प्रक्रिया शुरू करेंगे।
नुकसान का आकलन कर मुआवजा जारी होगा
हिंसा के बाद नागपुर में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर कलेक्टर डॉ. विपिन इटनकर ने कहा कि सामान्य स्थिति बहाल हो गई है, लेकिन कुछ इलाकों में कफ्र्यू लगा हुआ है। हम इस मामले में पुलिस के संपर्क में हैं। सरकार इस घटना में नागरिकों की संपत्ति को हुए नुकसान का आकलन कर मुआवजा जारी करेगी। उन्होंने बताया कि शुरुआती आकलन के अनुसार 50-60 दोपहिया वाहन, 10-15 चार पहिया वाहन, क्रेन और 5-10 घर क्षतिग्रस्त हुए हैं। पंचमना की एक टीम काम पर लगी हुई है।