नेताओं का कभी-कभी ऐसा अवतार दिख जाता है, जिससे लोग अचंभित हो जाते हैं। ऐसा ही नजारा इंदौर में दिखाई दिया। दरअसल यहां नजरबट्टू सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने नजरबट्टू सम्मेलन में भाग लिया और बाबा फलाहारी की पोशाक पहनी। इस दौरान लोग उन्हें देखते ही रह गए।
कार्यकर्ताओं ने मुझे फलाहारी बाबा बनाया
मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि इंदौर शहर की पहचान एक विश्व धरोहर के रूप में है। सारे विश्व में रंग पंचमी की चर्चा होती है। क्यों ना इसे सनातन धर्म के साथ रंग दिया जाए? हमारे कार्यकर्ताओं ने मुझे फलाहारी बाबा बनाया है। उनकी शाही सवारी निकल रही है। उन्होंने कहा कि हम सब मिलकर इंदौर शहर की पहचान एक उत्सवी शहर के रूप में मनाते हैं।
क्या है नजरबट्टू सम्मेलन
नजरबट्टू सम्मेलन एक हास्य कवि सम्मेलन है, जो भारत में आयोजित किया जाता है। यह सम्मेलन हास्य कवियों और कलाकारों को मंच प्रदान करता है, जहां वे अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर सकते हैं और दर्शकों का मनोरंजन कर सकते हैं। यह सम्मेलन रंगपंचमी के एक दिन आयोजित किया जाता है।
मुद्दों पर व्यंग्य किया जाता है
हास्य कवि, व्यंग्यकार और कलाकार अपनी रचनाओं और प्रदर्शनों के माध्यम से दर्शकों को हंसाते हैं और गुदगुदाते हैं। सम्मेलन में अक्सर सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों पर भी व्यंग्य किया जाता है। यह सम्मेलन एक मनोरंजक और हल्का-फुल्का माहौल प्रदान करता है। यह सम्मेलन हास्य कला को बढ़ावा देता है और नए कलाकारों को मंच प्रदान करता है।