महाराष्ट्र में मुगल शासक औरंगजेब के मकबरे को लेकर सियासत जारी है। औरंगजेब की कब्र हटाने की मांग को लेकर बजरंग दल ने छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा के सामने नागपुर में विरोध प्रदर्शन किया। इस बीच शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि यह (औरंगजेब की कब्र) शौर्य का प्रतीक है और वीरता के प्रतीक को कभी नहीं तोड़ा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि ठीक अफज़़ल खान की तरह। यह हमारा आधिकारिक रुख है। राउत ने कहा कि उन्होंने बाला साहब की विरासत के साथ क्या किया है?
इतिहास की याद दिलाती है
राउत ने कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज और मराठों ने औरंगजेब के खिलाफ महान युद्ध लड़ा। उनकी कब्र, अफजल खान और औरंगजेब की कब्रों की तरह भविष्य की पीढिय़ों के लिए इतिहास की याद दिलाती है। राउत ने कहा कि यदि कोई इतिहास को समझने को तैयार नहीं है तो वह स्वयं ही इतिहास का दुश्मन है।
शिवसेना विधायक ने किया विरोध
शिवसेना शिंदे गुट के विधायक अर्जुन खोतकर ने कहा कि मकबरे को नहीं हटाया जाना चाहिए। छत्रपति शिवाजी महाराज और संभाजी महाराज को प्रताडि़त करने वाले औरंगजेब ने संभाजी महाराज की आंखें फोड़ दी थीं और नाखून उखाड़ दिए। कब्र रखकर हम क्या साबित करना चाह रहे हैं।