आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी का फाइनल मैच आज दुबई में खेला जाना है। भारत का सामना न्यूजीलैंड से होने वाला है। रोहित शर्मा की कप्तानी वाली टीम इंडिया ग्रुप स्टेज के सभी मुकाबले जीतकर और सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया को हराकर फाइनल तक पहुंची है। वहीं न्यूजीलैंड तीन में से दो ग्रुप स्टेज मुकाबले जीतकर और सेमीफाइनल में साउथ अफ्रीका को धूल चटाकर दुबई आई है। भारत ने लीग मुकाबलों में इससे पहले टूर्नामेंट में न्यूजीलैंड को हरा दिया है, लेकिन फाइनल का दबाव अलग होता है। चूंकि पिछले साल न्यूजीलैंड ने अक्टूबर-नवंबर के बीच तीन मैच की टेस्ट सीरीज के लिए भारत का दौरा किया था। वो दौरा कीवी टीम के लिए ऐतिहासिक साबित हुआ। जो कभी ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड नहीं कर पाए वह न्यूजीलैंड ने किया। उन्होंने टीम इंडिया का उन्हीं के घर पर 3-0 से टेस्ट सीरीज में सूपड़ा साफ कर दिया।
आठ खिलाड़ी टेस्ट वाले
भारत अपने घर पर सिर्फ दूसरी बार क्लीन स्वीप हुआ था। टेंशन की बात यह है कि उस टेस्ट टीम के आठ खिलाड़ी फाइनल में भारत के खिलाफ भी खेल सकते हैं। न्यूजीलैंड की चैंपियंस ट्रॉफी की टीम लगभग वही टीम है, जिसने भारत का 2024 में दौरा किया था। हालांकि टेस्ट और वनडे फॉर्मेट अलग होते हैं। मगर इससे इनकार नहीं किया जा सकता कि टेस्ट मैच खेलने वालों का टेंपरामेंट टी20 में काम आए ना आए, वनडे फॉर्मेट में जरूर काम आता है। न्यूजीलैंड की वनडे के आठ खिलाड़ी वही है जो भारत में टेस्ट सीरीज खेलने आए थे। फाइनल में उतरते समय इन आठ खिलाडिय़ों में शायद आत्मविश्वास की कमी नहीं होगी, भले ही भारत ने उन्हें ग्रुप स्टेज में शिकस्त दी हो।