महाराष्ट्र के पुणे में खड़ी बस में रेप की घटना के बाद राजनीति गर्म हो गई है। सत्ताधारी दल के साथ ही विपक्षी दल भी इस मामले पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। राज्य के डिप्टी सीएम अजीत पवार ने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण, परेशान करने वाली और गुस्सा दिलाने वाली घटना हुई है। उन्होंने कहा कि इस घटना ने हमारा सिर झुका दिया है। आरोपी का अपराध माफ करने वाला नहीं है और इसके लिए फांसी के अलावा कोई सजा नहीं हो सकती है।
कांग्रेस बोली-महाराष्ट्र में कानून-व्यवस्था नहीं बची
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने पुणे बस दुष्कर्म मामले पर कहा कि यह घटना महाराष्ट्र को शर्मिंदा करने वाली है। महाराष्ट्र में कानून-व्यवस्था की धज्जियां उड़ चुकी हैं। हर तरफ इस तरह की घटनाओं में बढ़ोतरी हो रही है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में कानून-व्यवस्था नहीं बची है। लोगों का विश्वास पुलिस और गृह विभाग से उठ चुका है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को इस ओर ध्यान देना चाहिए, यही हमारी उनसे मांग है।
असामाजिक तत्वों को कानून का कोई डर नहीं
महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल ने कहा कि पिछले कुछ समय से महाराष्ट्र में लगातार महिलाओं के साथ शोषण की घटनाएं सामने आ रही हैं। महाराष्ट्र में कानून-व्यवस्था की स्थिति तहस-नहस हो चुकी है। हम इस घटना की पीडि़ता के साथ हैं और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा होनी चाहिए यह हमारी मांग है। वहीं एनसीपी-एसएचपी सांसद सुप्रिया सुले ने कहा कि पुलिस को नियमित रूप से गश्त करनी चाहिए। घटना से नजर आता है कि असामाजिक तत्वों को कानून का कोई डर नहीं है। गृह विभाग पुणे में अपराध को रोकने में विफल रहा है।