महाराष्ट्र के पुणे में रेप की घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया है। पुणे के व्यस्त स्वारगेट बस स्टैंड में खड़ी बस में 26 साल की महिला से रेप की घटना हुई है। हैरत की बात यह है कि यह घटना पुलिस स्टेशन से महज 100 मीटर की दूरी पर हुई। सीसीटीवी में आरोपी की पहचान हो चुकी है, लेकिन उसकी गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। पुलिस ने उसे गिरफ्तार करने के लिए 8 टीमें बनाई हैं। घटना से गुस्साए लोगों ने बस में तोडफ़ोड़ की।
ऐसे हुई घटना, आरोपी ने दीदी कहकर बुलाया
पुलिस की मानें तो यह घटना मंगलवार सुबह 5.45 से 6.30 बजे के बीच हुई थी। आरोपी दत्तात्रेय रामदास का पहले से क्रिमिनल रिकॉर्ड है। सुबह घरों में काम करने वाली महिला अपने गांव जाने के लिए बस ढूंढ रही थी। सीसीटीवी फुटेज में आरोपी महिला से बात करते दिखा है। पीडि़त ने बताया कि आरोपी ने उसे दीदी कहकर बुलाया था। महिला ने उससे गांव जाने वाली बस के बारे में पूछा तो आरोपी उसे खाली बस तक ले गया। बस में रोशनी नहीं थी। महिला ने उससे पूछा कि लाइटें नहीं जल रही हैं, तो उसने कहा कि अन्य यात्री सो रहे हैं, इसलिए अंधेरा है। जैसे ही वह बस में चढ़ी तो आरोपी ने दरवाजा बंद किया और उसके साथ बलात्कार किया। पीडि़ता ने अपने साथ हुई घटना की जानकारी अपने साथी को दी। इसके बाद दोनों ने जाकर पुलिस से शिकायत की।
पुणे बस बलात्कार की घटना पर राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष रूपाली चाकनकर ने कहा कि स्वारगेट में हुई घटना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। पीडि़ता ने स्वारगेट पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई और पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की। मुझे लगता है कि ऐसी घटना होने के बाद हम कैंडल मार्च निकालते हैं। पहले पन्ने पर आने वाली खबर धीरे-धीरे आखिरी पन्ने पर चली जाती है और फिर हम इसे भूल जाते हैं। महिलाओं को आत्मरक्षा सिखाई जानी चाहिए और उन्हें हर समय जागरूक रहना चाहिए। राज्य महिला आयोग ने आदेश दिया है कि उसके खिलाफ त्वरित और सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।