प्रयागराज महाकुंभ मेला में देश-दुनिया से करोड़ों श्रद्धालु संगम आकर डुबकी लगा रहे हैं। ऐसे में महाकुंभ की लहर पूरे देश में चल रही है। अब तक करीब-करीब 60 करोड़ श्रद्धालु महाकुंभ में स्नान कर चुके हैं। अब महाकुंभ की यह लहर जेलों तक पहुंच गई है। छत्तीसगढ़ और उत्तर प्रदेश की जेल में बंद कैदी भी अब इससे अझूते नहीं हैं। जेल में बंद कैदी भी अब महाकुंभ की तरह स्नान का आनंद उठा रहे हैं। यूपी के कानपुर, सुल्तानपुर, बुलंदशहर, मुरादाबाद, रामपुर, कौशांबी, बस्ती समेत कई जिलों की जेलों में संगम स्नान का नजारा देखने को मिल रहा है।
कलश स्थापित कर विधि-विधान से की पूजा
कानपुर जिला कारागार में प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ के जल से कैदियों और बंदियों ने स्नान किया। पहले जेल में कलश स्थापित कर विधि विधान से पूजा हुई। इसके बाद कैदियों और बंदियों ने हर-हर गंगे के जयकारे लगाते हुए पवित्र जल से स्नान व महाकुंभ की अनुभूति की। जेल अधीक्षक डा. बीडी पांडेय ने बताया कि प्रदेश सरकार की मंशा है कि सभी लोग महाकुंभ का हिस्सा बनें, लेकिन जेल के बंदियों के लिए यह संभव नहीं है। इसलिए सरकार ने जेल में ही बंदियों को भी महाकुंभ के पवित्र संगम जल से स्नान का मौका दिया है।
1950 बंदियों ने संगम जल से स्नान किया
कानपुर जिला कारागार में संगम जल को जेल परिसर में नांद में भरकर उसमें और पानी मिलाया गया। जेल में बंद 1950 बंदियों ने संगम जल से स्नान किया। इस व्यवस्था से जेल में बंद कैदी व बंदी खुश नजर आए। इससे पहले जल कलश स्थापित कर पूजा की गई। हर-हर गंगे के जयकारों से परिसर गूंजता रहा।
छत्तीसगढ़ में भी कैदियों को संगम जल उपलब्ध कराया
छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा जेलों में बंद कैदियों को संगम जल उपलब्ध कराने पर उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि कैदी वहां नहीं जा सकते। 144 साल बाद आयोजित हो रहे इस बड़े धार्मिक आयोजन में स्नान करने की हर किसी की इच्छा होती है तो सब गंगा स्नान कर लें। संस्कार हमारी संस्कृति से जुड़े हुए हैं और यह हमारी संस्कृति का एक बहुत बड़ा हिस्सा है, इसलिए सभी को इसमें हिस्सा लेने का अवसर मिलना चाहिए।