परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम में ओलंपिक विजेता मुक्केबाज एम.सी. मैरी कॉम, पैरालंपिक स्वर्ण पदक विजेता अवनि लेखारा और पैरा-बैडमिंटन खिलाड़ी सुहास लालिनाकेरे यतिराज ने छात्रों से बातचीत की। भारतीय राइफल शूटर और पैरालिंपिक में दो स्वर्ण पदक विजेता अवनी लेखरा ने छात्रों से बातचीत के दौरान कहा कि निरंतरता बहुत मायने रखती है। अगर आप रोजाना पूरे ध्यान से पढ़ाई करेंगे, तो आप इसे बनाए रख पाएंगे।
आपको सबसे पहले खुद से पूछना चाहिए
आईएएस अधिकारी और पैरा-बैडमिंटन रजत पदक विजेता सुहास लालिनाकेरे यतिराज ने छात्रों से बातचीत करते हुए कहा कि आपको सबसे पहले खुद से पूछना चाहिए कि आप जो भी क्षेत्र चुनेंगे, क्या उसमें आप शीर्ष 5 प्रतिशत में शामिल हो सकते हैं? दूसरी बात, क्या आपमें इसे आगे बढ़ाने का जुनून है? और अगर आपका दिल इसके लिए हाँ कहता है, तो आपके माता-पिता भी इसके लिए सहमत होंगे।
मन ही आपका सबसे बड़ा मित्र और सबसे बड़ा शत्रु
पैरा-बैडमिंटन खिलाड़ी सुहास लालिनाकेरे यतिराज ने कहा कि आपका मन ही आपका सबसे बड़ा मित्र और सबसे बड़ा शत्रु है। हम जब परीक्षा लिखने जाते हैं, चाहें वो कोई भी परीक्षा हो, नर्वस एनर्जी हर व्यक्ति के अंदर होती ही है। उन्होंने कहा कि आप अगर डर को छोड़ देंगे, तभी आप अपना नेचुरल गेम में खेल पाएंगे। कभी भी ये मत सोचिए कि सामने कौन है? आप अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करें।
बस खुद को साबित करना चाहती थी
बॉक्सर मैरी कॉम ने कहा कि बॉक्सिंग महिलाओं का खेल नहीं है। मैं बस खुद को साबित करना चाहती थी कि न केवल खुद के लिए बल्कि हमारे देश की सभी महिलाओं के लिए और ऐसे ही मैंने कई बार वल्र्ड चैंपियन बनकर देश का नाम रोशन किया।