पाकिस्तान ने जिस आतंकवाद की नीति को भारत में अपनाकर जम्मू-कश्मीर हड़पने की रणनीति बनाई थी, वह पूरी होते नहीं दिख रही है। बल्कि उसी आतंक का भस्मासुर उसे ही तबाह करने में जुटा हुआ है। यही वजह है कि भारत को बर्बाद करने का सपना देख रहे पाकिस्तान को अब यही आतंकवाद का भस्मासुर तबाह और बर्बाद करने पर तुला हुआ है। अगर यकीन न हो तो पिछले माह के आंकड़े देख लें जिसमें जनवरी 2025 में आतंकवादी हमलों में तेजी से वृद्धि हुई और पिछले महीने की तुलना में 42 प्रतिशत अधिक आतंकी हमले हुए।
पीआइसीएसएस ने जारी किए आंकड़े
पाकिस्तान इंस्टीट्यूट फॉर कॉन्फ्लिक्ट एंड सिक्योरिटी स्टडीज यानि पीआइसीएसएस ने आंकड़ों का हवाला देते हुए बताया कि देशभर में कम से कम 74 आतंकवादी हमलों में 245 लोगों की मौतें हुईं। इनमें 35 सुरक्षाकर्मी, 20 नागरिक और 36 आतंकवादी शामिल हैं। 117 घायलों की सूची में सुरक्षा बल के 53 जवान, 54 नागरिक और 10 आतंकवादी शामिल हैं। वहीं सुरक्षा बलों ने दावा किया है कि आतंकवाद विरोधी अभियानों में जनवरी में 185 आतंकवादियों को मार गिराया गया है। जनवरी आतंकवादियों के मारे जाने के मामले में दूसरा सबसे घातक महीना बन गया। खैबर पख्तूनख्वा सर्वाधिक प्रभावित प्रांत रहा और उसके बाद बलूचिस्तान का स्थान है।
आत्मघाती हमले भी बढ़े
जनवरी में दो आत्मघाती बम विस्फोट हुए, जो बलूचिस्तान में हुए। प्रतिबंधित तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान ने और प्रतिबंधित बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी ने हमले की जिम्मेदारी ली। रिपोर्ट में अपहरण की घटनाओं में चिंताजनक वृद्धि देखी गई। आतंकवादियों ने कम से कम 37 व्यक्तियों का अपहरण कर लिया।