दिल्ली विधानसभा चुनाव में आप और कांग्रेस में रस्साकशी तेज हो गई है। मुस्लिम वोटबैंक को अपने पाले में लाने के लिए दोनों पार्टियां अब खुलकर सामने आ रही हैं। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने प्रेस कान्फ्रेंस करते हुए अरविंद केजरीवाल से 5 सवाल पूछे। उन्होंने कहा कि जहांगीरपुरी और पूर्वी दिल्ली में हुए दंगों पर केजरीवाल क्यों चुप रहे? बिलकिस बानो के मुद्दे पर मनीष सिसोदिया ने आरिख चुप्पी क्यों साधे रखी? केजरीवाल और पूरी पार्टी शाहीनबाग आंदोलन के विरोध में क्यों थी?
प्रतिनिधित्व देने के मामले में मुस्लिमों को पीछे क्यों रखा?
कांग्रेस ने पूछा कि कोरोना के समय केजरीवाल ने बीजेपी सरकार के साथ मिलकर मरकज और तब्लीगी जमात को क्यों बदनाम किया? देवेंद्र यादव ने कहा कि जब बीजेपी विधायक नरेश यादव को बेअदबी के मामले में सजा मिली, तब भी केजरीवाल उसे बचाने में क्यों लगे रहे? कांग्रेस ने आखिरी सवाल पूछा कि केजरीवाल ने प्रतिनिधित्व देने के मामले में मुस्लिमों को पीछे क्यों रखा?
पुराने वोटबैंक को वापस पाने की है कवायद
दिल्ली में 15 साल तक कांग्रेस की सरकार रही। लेकिन 2013 में आप ने उसका वोटबैंक छीनते हुए सत्ता से बेदखल कर दिया। 2015 और 2020 में तो आप ने कांग्रेस को हाशिये पर ला दिया जिससे वह खाता भी नहीं खोल सकी। इस बार इंडिया गठबंधन के कई दल आप के साथ हैं, तो कांग्रेस अब अपने पुराने वोटबैंक को वापस पाने के लिए बेकरार है। अगर कांग्रेस कुछ सीटों पर वापसी कर पाई तो आप की मुश्किल बढऩा तय है।