भाजपा सांसद और वक्फ (संशोधन) विधेयक पर गठित जेपीसी के अध्यक्ष जगदंबिका पाल ने कहा कि आज की बैठक में समिति में सभी सदस्यों ने भाग लिया। पिछले 6 महीनों में कई बैठकें हुईं। बैठकों में विस्तृत विचार-विमर्श और चर्चा हुई और अंतत: 6 महीने के बाद जेपीसी की एक मसौदा रिपोर्ट आई और 27 तारीख को जेपीसी द्वारा किए गए संशोधनों के अनुसार संशोधित विधेयक को बहुमत से सभी सदस्यों ने अपनाया। अब हम इसे कल स्पीकर के सामने पेश करेंगे।
जेपीसी के सदस्या और एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि हमें रात में 655 पन्नों की अंतिम रिपोर्ट दी गई। एक व्यक्ति के लिए सभी 655 पन्नों को इतनी जल्दी पढऩा असंभव है, लेकिन फिर भी हमने कोशिश की और हमने इस विधेयक और इसके संशोधनों के खिलाफ अपनी रिपोर्ट दी है। उन्होंने कहा कि अब जब यह विधेयक संसद में लाया जाएगा तो हम अपनी आवाज उठाएंगे। हम शुरू से ही इसके खिलाफ रहे हैं।
रात में 9.50 बजे ड्राफ्ट रिपोर्ट मिली
डीएमके सांसद ए राजा ने कहा कि ड्राफ्ट रिपोर्ट को जल्दबाजी में अपनाया गया है। कल रात हमें 9.50 बजे तक ड्राफ्ट रिपोर्ट मिली। अध्यक्ष कैसे उम्मीद कर सकते हैं कि हम रातों-रात असहमति नोट पेश कर देंगे। वहीं आप सांसद संजय सिंह ने कहा कि हमने जेपीसी अध्यक्ष के समक्ष अपना विचार प्रस्तुत कर दिया है जो मसौदा रिपोर्ट का हिस्सा है और इस पर मीडिया में चर्चा नहीं की जा सकती।
ये उनके डीएनए का हिस्सा
जेपीसी की बैठक पर भाजपा सांसद डॉ राधा मोहन दास अग्रवाल ने कहा कि वक्फ संशोधन विधेयक पर रिपोर्ट 14 से 11 मतों से स्वीकृत हुई है। विभिन्न दलों ने अपने असहमति नोट प्रस्तुत किए हैं। रिपोर्ट कल स्पीकर को सौंपी जाएगी। सरकार द्वारा किए गए अच्छे काम का विरोध करना विपक्ष का काम है। ये उनके डीएनए का हिस्सा है।