मध्य प्रदेश के महू जय बापू, जय भीम, जय संविधान रैली में लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा कि ये जो मीडिया के लोग कैमरा लिए घूम रहे हैं-ये आपके नहीं हैं, ये अडानी-अंबानी का मीडिया है। आप भूखे मर जाएं, आपके बच्चे भूखे मर जाएं, किसान आत्महत्या कर लें, लेकिन मीडिया को कोई फर्क नहीं पड़ेगा। राहुल ने तंज कसा कि ये अडानी-अंबानी की शादी दिखाएंगे। ये मीडिया वाले उनके हैं, उनकी नौकरी करते हैं। ये कभी हिंदुस्तान के किसानों-मजदूरों, बेरोजगार युवाओं की बात नहीं करेंगे। राहुल ने कहा कि मीडिया में अफगानिस्तान और पाकिस्तान की बात होगी, लेकिन हिंदुस्तान के किसानों और मजदूरों की बात नहीं होगी। ये लोग हिंदुस्तान को डराने में लगे हैं कि देखो अफगानिस्तान में क्या हो रहा है, लेकिन ये नहीं बताएंगे कि हिंदुस्तान में क्या हो रहा है।
मोहन भागवत ने किया संविधान पर सीधा आक्रमण
राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी संविधान को मानती है और संविधान के लिए लड़ रही है। दूसरी तरफ आरएसएस-भाजपा संविधान के खिलाफ हैं। संविधान को कमजोर करते हैं और इसको खत्म करना चाहते हैं। संविधान केवल एक किताब नहीं है बल्कि इसमें भारत की हजारों साल पुरानी सोच है। कुछ दिन पहले मोहन भागवत ने कहा कि देश को 15 अगस्त 1947 में आजादी नहीं मिली, वो झूठी आजादी थी। सच्ची आजादी मोदी के आने के बाद मिली। ये सीधा संविधान पर आक्रमण है। इन्होंने कहा था कि 400 पार हमारी सीटें आएंगी तो हम संविधान को खत्म कर देंगे। उनके सामने इंडिया गठबंधन और कांग्रेस पार्टी खड़ी हुई और लोकसभा में 400 पार छोड़ो, नरेंद्र मोदी जी को संविधान पर मत्था टेकना पड़ा था।
हिंदुस्तान का धन अडानी के हवाले कर दिया
राहुल ने कहा कि नरेंद्र मोदी दो-तीन अरबपतियों को सारे कांट्रेक्ट दे देते हैं। आज अडानी-अंबानी जैसे लोगों को हिंदुस्तान का पूरा धन सौंपा जा रहा है। संविधान में कहां लिखा है कि हिंदुस्तान का धन अडानी के हवाले कर देना चाहिए? संविधान में लिखा है, हिंदुस्तान के सभी नागरिक एक समान हैं। सभी को अपना भविष्य बनाने का मौका मिलना चाहिए। यहां अरबपति अपने बच्चों की शादी में हजारों करोड़ रुपए खर्च कर देते हैं, लेकिन आपको अपने बच्चों की शादी के लिए कर्ज लेना पड़ता है, क्योंकि रोजगार नहीं है। याद रखिए-जितना धन इन अरबपतियों के हाथ में जाएगा, आपके बच्चों को उतना कम रोजगार मिलेगा।