प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात के 118वें एपिसोड में कहा कि प्रयागराज में महाकुंभ 2025 की शुरुआत हो चुकी है। महाकुंभ चिरस्मरणीय जन सैलाब, अकल्पनीय दृश्य और समता-समरसता का असाधारण संगम है। इस बार महाकुंभ में कई दिव्य योग भी बन रहे हैं। कुंभ का ये उत्सव विविधता में एकता का उत्सव मनाता है। कुंभ का आयोजन हमें ये भी बताता है कि कैसे हमारी परम्पराएं पूरे भारत को एक सूत्र में बांधती हैं। पीएम मोदी ने कहा कि उत्तर से दक्षिण तक मान्यताओं को मानने के तरीके एक जैसे ही हैं। एक तरफ प्रयागराज, उज्जैन, नासिक और हरिद्वार में कुंभ का आयोजन होता है। वैसे ही दक्षिण भू-भाग में गोदावरी, कृष्णा, नर्मदा और कावेरी नदी के तटों पर पुष्करम होते हैं।
संविधान लागू होने के 75 साल हो रहे
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज 2025 की पहली मन की बात हो रही है। आप लोगों ने एक बात नोटिस की होगी कि हर बार मन की बात महीने की आखिरी रविवार को होती है, लेकिन इस बार हम एक सप्ताह पहले चौथे रविवार के बजाय तीसरे रविवार को ही मिल रहे हैं। पीएम ने कहा कि अगले सप्ताह रविवार के दिन ही गणतंत्र दिवस है। मैं सभी देशवासियों को गणतंत्र दिवस की अग्रिम शुभकामनाएं देता हूं। इस बार का गणतंत्र दिवस बहुत ही विशेष है। ये भारतीय गणतंत्र की 75वीं वर्षगांठ है और इस वर्ष संविधान लागू होने के 75 साल हो रहे हैं। मैं संविधान सभा के उन सभी महान व्यक्तित्वों को नमन करता हूं, जिन्होंने हमें हमारा पवित्र संविधान दिया है।
25 जनवरी को राष्ट्रीय मतदाता दिवस
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि गणतंत्र दिवस से एक दिन पहले 25 जनवरी को राष्ट्रीय मतदाता दिवस है। ये दिन इसलिए अहम है, क्योंकि इस दिन भारतीय निर्वाचन आयोग की स्थापना हुई थी। हमारे संविधान निर्माताओं ने संविधान में हमारे चुनाव आयोग को लोकतंत्र में लोगों की भागीदारी को, बहुत बड़ा स्थान दिया है।