कांग्रेस मुख्यालय का उद्घाटन हो चुका है और इसे इंदिरा भवन नाम दिया गया है। हालांकि मुख्यालय के बाहर मनमोहन भवन के पोस्टर भी दिखाई दिए हैं, जिस पर विवाद हो गया है। कांग्रेस के नए मुख्यालय इंदिरा भवन के बाहर लगे कई पोस्टरों के बीच एक पोस्टर ऐसी भी नजर आया, जिसमें मांग की गई कि इस नए मुख्यालय का नाम डॉ. मनमोहन सिंह भवन रखा जाना चाहिए। हालांकि इसको लेकर कांग्रेस नेता अनिल शास्त्री की प्रतिक्रिया आई है। उन्होंने कहा कि मनमोहन सिंह से जुड़ा पोस्टर विवाद भाजपा की साजिश है, क्योंकि इंदिरा भवन नाम बहुत पहले ही तय हो चुका था।
भाजपा बोली-परिवारवाद आया सामनेþ
भाजपा नेता शहजाद पूनावाला ने कहा कि नए मुख्यालय के नाम पर भी कांग्रेस पार्टी परिवारवाद कर रही है। कुछ कर्मठ कांग्रेसियों ने ये पोस्टर लगाया है कि जिस नए मुख्यालय का उद्घाटन किया गया है, उसका नाम डॉ. मनमोहन सिंह के नाम पर रखा जाए। जब सवाल पूछा गया कि पार्टी मुख्यालय का नाम इंदिरा गांधी के नाम पर क्यों रखा गया? तो कांग्रेस के कई नेताओं ने यह बयान दिया कि डॉ. मनमोहन सिंह से ज्यादा योगदान इंदिरा गांधी का है। यह दिखाता है कि डॉ. मनमोहन सिंह को केवल अपमानित करने का काम कांग्रेस करती है।