पाकिस्तान के आम चुनाव अब दिलचस्प मोड़ पर आ गए हैं। पाकिस्तान के इतिहास में हुआ ये सबसे महंगा आम चुनाव माना जा रहा है। पाकिस्तान में हिंसा और इंटरनेट बंद होने के कारण हुए मतदान के एक दिन बाद वोटों की गिनती जारी है। पाकिस्तान में गुरुवार को अपनी नई सरकार चुनने के लिए मतदान किया। वहीँ अब नतीजों के रुझान में इमरान खान की पार्टी समर्थित उम्मीदवार बढ़त बनाए हुए हैं। जबकि नवाज शरीफ के सहयोगी इशाक डार ने कहा कि उनकी पार्टी स्वतंत्र विजेताओं के साथ गठबंधन सरकार बनाएगी।
नवाज के परिवार को मिली जीत
पाकिस्तान में आम चुनाव के बाद वोटों की गिनती जारी है. प्रधानमंत्री बनने की तैयारी कर रहे नवाज शरीफ, उनके भाई शहबाज शरीफ और उनकी बेटी मरियम शरीफ अपनी-अपनी सीटों से चुनाव जीत चुके हैं. नवाज शरीफ ने लाहौर की NA130, शहबाज शरीफ ने लाहौर की PP-158 सीट से जीत दर्ज की है तो वहीं मरियम नवाज ने लाहौर PP-159 सीट से जीत दर्ज की है.
इस बीच इशाक डार ने कहा कि निर्दलीय उम्मीदवार नवाज शरीफ की पार्टी के संपर्क में हैं. पूर्व वित्त मंत्री ने शुक्रवार को कहा कि निर्दलियों ने हमसे संपर्क किया है, और वे संविधान के अनुसार अगले 72 घंटों में किसी भी पार्टी में शामिल हो जाएंगे।
अब तक सामने आए नतीजों के मुताबिक 53 सीटों पर नतीजों का ऐलान हो चुका है. इसमें 18 सीटें इमरान खान समर्थित निर्दलीय प्रत्याशियों ने जीती है. वहीं, 17 सीटें नवाज शरीफ की पार्टी PMLN ने जीती हैं. 15 सीटों पर बिलावल भुट्टो की PPP, एक सीट पर PML, 1 सीट पर BNP और एक सीट पर MQM ने जीत दर्ज की है. इससे पहले पाकिस्तानी मीडिया ने दावा किया था कि 154 सीटों पर इमरान की पार्टी आगे चल रही है. लेकिन अब नतीजे एकदम से बदलते नजर आ रहे हैं.
तनावपूर्ण हुए हालात
बता दें मतगणना के बीच पाकिस्तान में हालात इतने तनावपूर्ण हो गए हैं कि पाकिस्तान के मुख्य चुनाव आयुक्त के गायब होने की बात कही जा रही है. इस दावे ने पाकिस्तान में चुनावी साजिश की आशंका बढ़ा दी है. इससे पहले मुख्य चुनाव आयुक्त सिकंदर सुल्तान राजा ने सभी रिटर्निंग ऑफिसर (RO) को आखिरी परिणाम देने के लिए 30 मिनट की समय सीमा दी थी. उन्होंने कहा था कि ऐसा ना करने पर निलंबन की कार्रवाई की जाएगी.
वहीँ मतगणना के परिणामों में देरी पर पाकिस्तान के आंतरिक मंत्रालय (गृह मंत्रालय) का बयान आया है. उन्होंने देरी के लिए कम्युनिकेशन की कमी को जिम्मेदार ठहराया है. आंतरिक मंत्रालय ने कहा कि चुनाव और मतगणना के लिए अचूक सुरक्षा व्यवस्था की गई थी, इसलिए कम्युनिकेशन में देरी हो रही है.
मतगणना पर उठ रहे सवाल
पाकिस्तान मीडिया के मुताबिक मतगणना के दौरान सामने आ रहे नतीजों पर सवाल उठने लगे हैं. दरअसल, आमतौर पर पाकिस्तान में चुनाव के बाद ही मतगणना शुरू हो जाती है, जो कि इस बार भी हुआ. लेकिन हर बार मतगणना वाले दिन देर रात तक काफी कुछ स्पष्ट हो जाता था, लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ. पाकिस्तान में मतगणना का आज दूसरा दिन है, लेकिन अब तक ज्यादातर सीटों पर स्थिति स्पष्ट नहीं हुई है. शुरुआत में जिन सीटों पर इमरान खान की पार्टी जीत का दावा कर रही थी, अब उन सीटों पर चुनाव आयोग नवाज शरीफ की मुला पार्टी PMLN को बढ़त दिखा रहा है.
कितनी सीटों पर हुआ है मतदान
पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में कुल 336 सीटों पर चुनाव हुए हैं. हालांकि, इनमें से सिर्फ 266 सीटों पर ही चुनाव के जरिए उम्मीदवार चुने जाएंगे. दरअसल, असेंबली की 70 सीटें आरक्षित हैं. इनमें से 60 महिलाओं के लिए जबकि 10 गैर मुस्लिमों के लिए आरक्षित हैं. चुनाव जीतने वाली पार्टियां के अनुपात के आधार पर ये सीटें आवंटित की जाएंगी.
2018 में ऐसे थे नतीजे
साल 2018 में हुए चुनावों के नतीजों को देखें तो इमरान की पार्टी PTI ने 149 सीटों पर जीत दर्ज की थी. नवाज शरीफ की पार्टी PMLN 82 तो बिलावल की पार्टी PPP ने 54 सीटों पर जीत दर्ज की थी. वहीं, 47 सीटें अन्य पार्टियों या निर्दलीय प्रत्याशियों के खाते में गई थीं, प्रांतों के हिसाब से देखा जाए तो पंजाब और खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में इमरान खान की पार्टी PTI का दबदबा है. वहीं, सिंध प्रांत में बिलावल भुट्टो की पार्टी पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) का दबदबा है. वहीं, बलूचिस्तान में नतीजे अब तक मिलेजुले देखने को मिले हैं.