More
    HomeHindi Newsचीन में HMPV वायरस का कहर.. भारत ने WHO से लगाई यह...

    चीन में HMPV वायरस का कहर.. भारत ने WHO से लगाई यह गुहार

    कोरोना के बाद एक और वायरस चीन में तेजी से फैल रहा है, जिसने पूरी दुनिया को चिंता में डाल दिया है। कोरोना महामारी के 6 साल बाद चीन में एचएमपीवी वायरस तेजी से पैर पसार रहा है। यह वायरस खांसने, छीकने और संक्रमित लोगों के संपर्क में आने से होता है। वायरस के प्रभाव में आने वाले व्यक्ति को बुखार, सांस फूलना, नाक बंद होना, खांसी गले में खराश और सिरदर्द जैसे लक्षण सामने आते हैं। डॉक्टरों का कहना है कि कुछ मरीजों को इस संक्रमण के कारण ब्रोंकाइटिस और निमोनिया हो सकता है। एचएमपीवी के खिलाफ कोई टीका या प्रभावी दवा फिलहाल नहीं है। चीन से आ रही इस खबर ने भारत को चिंतित कर दिया है।

    सरकार ने बढ़ाई सतर्कता

    सरकार ने सतर्कता बढ़ाते हुए डब्ल्यूएचओ से स्थिति पर लगातार अपडेट देने का अनुरोध किया है। विशेषज्ञों की बैठक में चीन की स्थिति और भारत में तैयारी की जरूरत पर विचार विमर्श किया गया है। विशेषज्ञों का कहना है की फ्लू के मौसम में सांस की बीमारियों में वृद्धि असामान्य नहीं है। यह वायरस पहले से ही भारत समेत दुनिया भर में फैले हुए हैं। सरकार सभी उपलब्ध माध्यमों से स्थिति पर नजर रख रही है और डब्ल्यूएचओ से चीन की स्थिति के बारे में अपडेट करने का अनुरोध किया गया है।

    घबराने की जरूरत नहीं

    हाल ही में सोशल मीडिया पर चीन के अस्पतालों में मरीजों की भीड़ के वीडियो तेजी से वायरल हुए हैं। कुछ लोगों का दावा है कि यह एचएमपीबी के कारण है। हालांकि भारतीय विशेषज्ञों का कहना है कि चीन में जो एचएमपीवी वायरस की खबरें चल रही हैं, वह गंभीर हैं। एचएमपीवी एक सामान्य सांस संबंधी वायरस है, जो सर्दी जैसे लक्षण पैदा करता है। कुछ लोगों को खासकर बुजुर्गों और शिशुओं को फ्लू जैसे लक्षण हो सकते हैं, लेकिन यह बहुत गंभीर या चिंताजनक नहीं है। सर्दियों में सांस के संक्रमण के मामले बढ़ते रहते हैं। भारत के अस्पतालों में इस तरह की बीमारी से निपटने की पूरी तैयारी है। पर्याप्त बिस्तर और ऑक्सीजन की आपूर्ति की व्यवस्था पहले से ही है। अभी तक देश में सांस के संक्रमण के मामलों में कोई खास वृद्धि नहीं हुई है, फिर भी सरकार इस पर पूरी नजर रखे हुए है।

    RELATED ARTICLES

    Most Popular

    Recent Comments